इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Dry day in Delhi during Chhath puja): दिल्ली के उप-राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के राजधानी दिल्ली में छठ के दिन, रविवार 30 अक्टूबर को ड्राई डे की घोषणा की है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को चिट्टी लिख पर छठ के दिन ड्राई डे घोषित करने की मांग की थी। इसके बाद उप-राज्यपाल का यह फैसला आया है।

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने ट्वीट करके कहा था कि “दिल्ली में बड़ी संख्या में पूर्वांचल के भाई-बहन रहते हैं और प्रत्येक वर्ष छठ महापर्व धूम-धाम से मनाते हैं। किन्तु दिल्ली सरकार ने त्योहारों पर Dry Day खत्म कर दिये हैं। अरविन्द केरजीवाल को को पत्र लिखकर छठ पर Dry Day घोषित करने की मांग की, जिससे यह पर्व शांतिपूर्वक मनाया जा सके।”

ड्राई डे घोषित होने के बाद आदेश गुप्ता ने कहा कि “धन्यवाद उपराज्यपाल श्री विनय सक्सैना जी, दिल्ली भाजपा द्वारा “छठ महापर्व” को Dry Day घोषित करने की मांग को स्वीकार करने के लिए। यह सभी पूर्वांचल के भाई-बहनों की जीत है। लोकहित में भाजपा सदैव तत्पर है।”

आपको बता दे की, पहले दिल्ली में 21 त्योहारों पर ड्राई दे हुआ करता था जिससे घटा पर तीन कर दिया गया था।

क्या होता है ड्राई डे

ड्राई डे उस दिन को कहते है जिस दिन शराब की दुकानें बंद रहती है। इस दिन शराब की बिक्री पूरी तरफ बंद करने का आदेश दिया जाता है। ड्राई डे घोषित कई कारणों से किया जाता है। यह आमतौर पर राष्ट्रीय पर्व और धार्मिक पर्व से जुड़े मौकों पर रखा जाता है। राष्ट्रीय पर्व पर सैनिकों, शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान के लिए और धार्मिक पर्व पर धार्मिक भावनाओं को लेकर।

कई बार कानून व्यवस्था के चलते भी शहर या राज्य में ड्राई डे घोषित कर दिया जाता है। खासकर, जब किसी क्षेत्र में चुनाव होते हैं तो उस दिन उस इलाके में ड्राई डे घोषित कर दिया जाता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में सबसे पहले पंजाब में साल 1926 के एक्साइज लॉ (Excise Law) में ड्राई डे का जिक्र किया गया था और इसके बाद केंद्र सरकार ने 1950 में इसे पूरे भारत में लागू कर दिया। कई सरकारी डॉक्यूमेंट में भी ड्राई डे शब्द का ही इस्तेमाल किया जाता है.