इंडिया न्यूज़, (Earthquake Kargil in Ladakh ) : लद्दाख के कारगिल में सोमवार सुबह रिक्टर पैमाने पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) ने जानकारी दी। भूकंप सुबह करीब 9:30 बजे आया और जमीन से 10 किलोमीटर नीचे था। भूकंप का केंद्र कारगिल से 151 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम में था। एनसीएस ने एक ट्वीट में बताया कि करगिल लद्दाख के 64 किमी डब्ल्यूएनडब्ल्यू में सुबह करीब साढ़े नौ बजे 4.3 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप की गहराई जमीन से 10 किमी नीचे थी।” भूकंप के बाद किसी जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है।
जानिए ऐसे आता है भूकंप
आपको बता दे दें कि धरती मुख्य तौर पर 4 परतों से बनी होती है। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैनटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत होती है जोकि कई वर्गों में बंटी हुई है, जिसे टैक्टोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैक्टोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती है और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती है तो धरती तेजी के साथ हिलती है, जिसे हम भूकंप कहते हैं।
कितनी तीव्रता का भूकंप घातक
आज आपको बताते हैं कि रिक्टर स्केल पर 2.0 से कम तीव्रता वाला भूकंप माइक्रो कैटेगरी में रखा जाता है। इसमें नाममात्र की ही कंपन होती है। जानने योग्य है कि रिक्टर स्केल पर माइक्रो कैटेगरी के 8,000 भूकंप विश्वभर में प्रतिनिद आते जाते हैं। इसी तरह 2.0 से 2.9 तीव्रता वाले भूकंप को माइनर कैटेगरी में रखा जाता है।
ऐसे 1,000 भूकंप प्रतिदिन आते हैं सामान्य तौर पर हम इसे भी महसूस नहीं करते। वेरी लाइट कैटेगरी में 3.0 से 3.9 तीव्रता वाले भूकंप होते हैं, जो एक साल में 49,000 बार दर्ज किए जाते हैं। लाइट कैटेगरी के भूकंप 4.0 से 4.9 तीव्रता वाले होते हैं। वहीं अगर इससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप में काफी जान-माल के नुकसान का भय रहता है। ज्ञात रहे कि अभी हाल ही में अफगानिस्तान में 7.4 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिस कारण सैकड़ों जिंदगिया खत्म हो गई थी।
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