India News(इंडिया न्यूज),Eye Flu: पूरें देश में आई फ्लू का कहर काफी तेजी से बढ़ता जा रहा है। घरों में लगभग हर सदस्यों में आई फ्लू के संक्रमण देखने को मिल रहा है। ऐसा क्या कारण है जो आई फ्लू और कंजंक्टिवाइटिस के कैस भारत में तेजी से बढ़ रहे है। तो चलिए जानते हैं आई फ्लू से जुड़ी ये खास जानकारी के बारे में..
क्या होता है आई फ्यू?
आपको बता दें कि आई फ्यू यानी कंजंक्टिवाइटिस को “पिंक आई” के रूप में जाना जाता है। यह एक तरह का संक्रमण होता है, जो कंजंक्टिवा के सूजन की वजह से होता है। कंजंक्टिवा एक क्लियर लेयर होती है, जो आंख के सफेद भाग और पलकों की आंतरिक परत को कवर करती है। यह संक्रमण मानसुन के दौरान, कम तापमान और हाई ह्यूमिडिटी के कारण, लोगों के बैक्टीरिया, वायरस और एलर्जी के संपर्क में आने से होता है। जो एलर्जिक रिएक्शन्स और आई इंफेक्शन जैसे कंजंक्टिवाइटिस का कारण बनते हैं।
क्या हैं इसके लक्षण?
- लालपन
- सूजन
- खुजली
- जलन
- रोशनी के प्रति संवेदनशीलता
- सफेद चिपचिपा पदार्थ निकलना
- सामान्य से अधिक आंसू आना
आई फ्यू के लिए सावधानियां-
- आई फ्लू से बचने के लिए अपने हाथों को हमेशा स्वच्छता रखना चाहिए और अपने हाथ बार-बार धोना चहिए, दूषित हाथों के कारण ही कंजंक्टिवाइटिस फैलता है।
- आंखों के मेकअप और तौलिये जैसी निजी वस्तुओं को किसी और से साझा करने से बचें।
- आंखों के लिए इस्तेमाल होने ब्यूटी प्रोडक्ट को एक्सपायर होने की बाद इसका इस्तेमाल न करें।
- अपने तकिए के कवर को बार-बार धुले।
- अपने तौलिये को बार-बार धोएं और साफ कपड़े को ही पहनें।
- जिन लोगों को पहले से आई फ्लू है, उनके साथ करीब जाने से बचना चाहिए।
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