India News (इंडिया न्यूज़), Karnataka: कर्नाटक के मुख्यमंत्री के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने के मामले में मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ आखिरकार बुधवार को एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस ने सांसद के खिलाफ मैसूर के देवराजा पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 504, 153/1860 के तहत मामला दर्ज किया है।
सीएम के खिलाफ गलत बयानबाजी को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी थी। मैसूर ग्रामीण कांग्रेस के अध्यक्ष बी।जे। विजय कुमार ने आरोप लगाया कि सिम्हा हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक दरार पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। जिसके चलते कार्यकर्ताओं ने प्रताप सिम्हा के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बीजेपी सांसद के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।
सिम्हा ने सीएम को बताया था आलसी
दरअसल, हाल ही में हुनसूर में आयोजित हनुमा जयंती कार्यक्रम के दौरान बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा ने सीएम सिद्धारमैया को सोमारि सिद्दा यानी आलसी या सुस्त सिद्धारमैया कहा था। इसके साथ ही बीजेपी सांसद ने यह भी कहा था कि सिद्धारमैया जातियों के बीच नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने सीएम को लेकर कहा था कि अगर सीएम में हिम्मत और क्षमता है तो उन्हें विकास के जरिए राजनीति करनी चाहिए।
‘मुझे निशाना बनाया जा रहा है’
इस मामले पर बीजेपी सांसद सिम्हा का कहना है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है। कार्यकर्ताओं से लेकर सीएम सिद्धारमैया के बेटे तक उन पर निशाना साध रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस ने उन्हें आतंकवादी की तरह दिखाया है। उन्होंने कहा कि पोस्टर में उन्हें हाथ में बम लिए एक मुसलमान के रूप में दिखाया गया है, जैसे सभी मुसलमान आतंकवादी हों।
आपको बता दें कि हाल ही में संसद की सुरक्षा में चूक का बड़ा मामला सामने आया था। जिसमें दो युवक स्मोक कैन लेकर दर्शक दीर्घा में घुस गए, जिससे सदन में हड़कंप मच गया। युवक के पास से जो पास बरामद हुआ उस पर मैसूर से बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के हस्ताक्षर थे। इसके बाद से ही प्रताप सिम्हा विपक्षी पार्टियों के निशाने पर आ गए हैं।
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