टेक डेस्क/नई दिल्ली (Fraud happened with Paraviom Technologies, a big company of Gurugram) आजकल की टेक्नोलॉजी से लोगों का जीवन काफी आसान हो गया है, देश मे ऑनलाइन पेमेंट हर इंशान का पसंदीदा बन गया हैं। वही यूपीआई के जरिए लोग अपने फोन से किसी दुसरे के खाते में आसानी से और बेहद कम समय में पेमेंट तो कर पाते हैं लेकिन जितनी आसानी और तेजी से लोगों का पैसा ट्रांसफर होता हैं, उतना ही तेजी से ऑनलाइन पेमेंट से फ्रॉड का भी खतरा बना रहता हैं। ऐसा ही मामला कुछ दिनों पहले गुरुग्राम के एक बड़ी कंपनी परविओम टेक्नोलॉजीज के साथ हुआ। पेमेंट गेटवे सिस्टम के साथ छेड़छाड़ करके साइबर अपराधियों ने कंपनी के 35 लाख रुपये उड़ा डाले।
- कंपनी के साथ 35 लाख रुपये का फ्रॉड
- यूपीआई फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
कंपनी के साथ 35 लाख रुपये का फ्रॉड
इस मामले को लेकर अंकित रावत (नेशनल ऑपरेशन हेड) ने शिकायत करते हुए कहा, कि कंपनी कैशफ्री का पेमेंट गेटवे का इस्तेमाल कर रही थी। इस पेमेंट गेटवे सिस्टम के साथ साइबर अपराधियों ने सिस्टम से छेड़छाड़ कर पूरे 35 लाख रुपये उड़ा ले गए। जिसके बाद पुलिस द्वारा शिकायत दर्ज कर लिया गया और कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी ।
यूपीआई फ्रॉड से बचने के लिए क्या करें?
एसबीआई के आधिकारिक ट्वीट के मुताबिक, यूपीआई ट्रांजेक्शन का इस्तेमाल करते समय इन यूपीआई सुरक्षा संबंधित बातों को जरुर याद रखें। बैंक सुरक्षित यूपीआई लेनदेन के लिए ये 6 टिप्स साझा करता है।
- पैसे प्राप्त करते समय आपको अपना यूपीआई पिन डालने की आवश्यकता नहीं है।
- हमेशा उस व्यक्ति की पहचान सत्यापित करें जिसे आप पैसे भेज रहे हैं।
- यादृच्छिक अज्ञात कलेक्ट अनुरोध स्वीकार न करें।
- अपना यूपीआई पिन किसी के साथ साझा न करें।
- क्यूआर कोड के माध्यम से भुगतान करते समय लाभार्थी के विवरण को हमेशा सत्यापित करें।
- अपना यूपीआई पिन नियमित रूप से बदलते रहें।
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