India News (इंडिया न्यूज़), G20: भूटान की स्वास्थ्य मंत्री ने पारंपरिक चिकित्सा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना किया है। भूटानी केंद्रीय मंत्री कहते हैं कि, पारंपरिक और एलोपैथिक चिकित्सा का एकीकरण महत्वपूर्ण है क्योंकि अब दुनिया कोविड से उबर रही है। साथ ही भारत को आगे बढ़ने के लिए बधाई देना चाहती हूं।

जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में कही ये बात

विश्व स्वास्थ्य संगठन के पारंपरिक चिकित्सा वैश्विक शिखर सम्मेलन का बीते गुरुवार को गांधीनगर में उद्घाटन किया गया है। भूटानी स्वास्थ्य मंत्री डेचेन वांग्मो ने गुजरात में आयोजित जी20 स्वास्थ्य मंत्रियों की बैठक में बात करते हुए कहा कि, पारंपरिक और एलोपैथिक दवाओं के एकीकरण के लिए मैं भारत को बधाई देना चाहती हूं। भारत को आगे बढ़ने के लिए बधाई देना चाहती हूं। दुनिया इस समय वैश्विक महामारी कोरोना से उबर रही है। दुनिया फिलहाल स्वास्थ्य प्रणाली के पुनर्निर्माण की कोशिश कर रही है। पारंपरिक चिकित्सा को फोकस में लाने के लिए पीएम मोदी की यह एक अद्भुत पहल है। हम पारंपरिक चिकित्सा को लेकर सभी एजेंडे के लिए स्वास्थ्य पर चर्चा कर रहे हैं।

एलोपैथिक और पारंपरिक दोनों चिकित्सक दिखेंगे

डेचेन ने कहा कि, भूटान के अनुभवों को साझा करने में मुझे बहुत खुशी हो रही है। उन्होेंने बताया कि हमने पारंपरिक के साथ-साथ एलोपैथिक दवाओं को भी अपनाया है। हम सामान तरीके से उन्हें वितरित करते हैं। आप भूटान के किसी भी अस्पताल में जाएं तो आपको एलोपैथिक और पारंपरिक दोनों चिकित्सक दिखेंगे। हम एक ही विश्वविद्यालय में एक साथ दोनों तरह की शिक्षाएं देते हैं।

भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा का समृद्ध इतिहास

जी20 शिखर सम्मेलन में डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनोम घेब्रेयसस कहते हैं कि,भारत में पारंपरिक चिकित्सा का एक समृद्ध इतिहास है। भारत में आयुर्वेदिक चिकित्सा का समृद्ध इतिहास है। इसमें योग है, जो दर्द को कम करने में प्रभावी है। विदेशों द्वारा पारंपरिक दवाओं की मांग की जा रही है।

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