India News(इंडिया न्यूज), Gaumutra States: पांच राज्यों में चुनावी नतीजे के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इसी क्रम में द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) के सांसद ने हिंदी पट्टी के राज्यों को ‘गौमूत्र’ राज्य बता दिया। जिसके बाद विवाद की स्थिति बनती नजर आ रही है। तमिलनाडु के धर्मपुरी से लोकसभा सांसद डीएनवी सेंथिलकुमार एस ने शीतकालीन सत्र के दौरान यह विवादित बयान दिया है।
- हिंदी पट्टी के राज्यों को ‘गौमूत्र’ राज्य बताया
- यह ‘सनातनी’ परंपरा का अनादर
सेंथिलकुमार का विवादित बयान
हिंदी भाषी राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “इस देश के लोगों को यह सोचना चाहिए कि इस भाजपा की ताकत मुख्य रूप से हिंदी के गढ़ राज्यों में चुनाव जीतना है। जिन्हें हम आम तौर पर ‘गौमूत्र’ राज्य कहते हैं।” सेंथिलकुमार द्वारा दिए गए इस बयान का विरोध होना शुरु हो गया है। डीएमके पर हमला करते हुए केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि ”मुझे लगता है कि यह ‘सनातनी’ परंपरा का अनादर है। डीएमके को जल्द ही ‘गौमूत्र’ के फायदों का पता चल जाएगा। वे अच्छी तरह जानते हैं कि इसे देश की जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।”
उदयनिधि ने भी किया था सनातन पर हमला
बता दें इससे पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके अध्यक्ष एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि ने भी सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था। जिसे लेकर काफी विरोध प्रदर्शन हुए थें। उन्होंने कहा था कि “कुछ चीज़ों का विरोध नहीं किया जा सकता। उन्हें ही ख़त्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है, ऐसे ही हमें सनातन को मिटाना है। सनातन का विरोध करने के बजाय इसे खत्म किया जाना चाहिए। ”
Also Read:
- Assembly Elections 2023: फिर चला मोदी मैजिक, नमो की आंधी में उड़ा विपक्ष
- Rajasthan Election Result 2023: राजस्थान की हार के बाद कांग्रेस में दरार? अशोक गहलोत को बताया हार की वजह