इंडिया न्यूज़ (दिल्ली): कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित कांग्रेस पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.

आजाद ने सोनिया गांधी को लिखे अपने त्याग पत्र में लिखा, “भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत के लिए जो सही है, उस बारे में लड़ने के लिए इच्छाशक्ति और क्षमता दोनों खो दी है।”

आजाद ने अपने 5 पेज के त्याग पत्र में लिखा की “अफसोस और बेहद भावुक दिल के साथ मैंने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ अपना आधा सदी पुराना नाता तोड़ने का फैसला किया है।”

लगातार कांग्रेस छोड़ रहे है नेता

कांग्रेस पार्टी से यह नवीनतम हाई-प्रोफाइल इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव टलने के बाद आया है। आजाद का इस्तीफा पार्टी से वरिष्ठ और बड़े नेताओं के बाहर निकलने की एक श्रृंखला का एक हिस्सा है, इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया, जयवीर शेरगिल, जितिन प्रसाद, आरपीएन सिंह, कपिल सिब्बल सहित कई बड़े नेता कांग्रेस को अलविदा कह चुके है.

इस से पहले गुलाम नबी आज़ाद ने जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अभियान समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, उन्होंने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अभियान समिति के अध्यक्ष का पद ग्रहण करने से इनकार कर दिया था और जिम्मेदारी के लिए धन्यवाद देते हुए कांग्रेस नेतृत्व को इस बारे में अवगत कराया था।

आजाद की ओर से यह कदम उस समय उठाया गया है जब कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के भीतर असंतुष्ट आवाजें कांग्रेस नेतृत्व द्वारा पूरी इकाई में फेरबदल करने के बाद लगातार आ रही है । कांग्रेस के पूर्व विधायक हाजी अब्दुल राशिद डार ने कहा था की “हम नाखुश हैं क्योंकि जम्मू-कश्मीर पीसीसी प्रमुख पर निर्णय लेने से पहले वरिष्ठ नेताओं से सलाह नहीं ली गई थी। हमने पीसीसी प्रमुख की हालिया घोषणाओं के विरोध में पार्टी की समन्वय समिति से इस्तीफा दे दिया है। मैंने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है।”

आपको बता दे की, गुलाम नबी आजाद उन 23 नेताओं के समूह में से एक हैं जो कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बारे में मुखर थे और कांग्रेस पार्टी के हर बड़े फैसले के लिए गांधी परिवार पर निर्भर नहीं थे।