India News (इंडिया न्यूज), Himacha News: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मल्टीटास्क वर्कर का मुद्दा गरमाया गया है, क्योंकि हिमाचल प्रदेश की सरकार द्वारा रखे गए अलग-अलग विभागों मल्टीटास्क वर्कर काम ज्यादा और वेतन कम होने की समस्या से जूझ रहे।
मल्टीटास्क वर्कर उतरे सड़कों पर
बता दें कि मल्टीटास्क कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर और सरकार के सामने अपनी समस्या को रखने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। इस दौरान मल्टीटास्क कर्मचारी ने शिक्षा विभाग में पार्ट टाइम काम कर रहे मल्टी टास्क वर्करों को पूरे साल का वेतन देने की मांग उठाई है। इसी के साथ मल्टी टास्क वर्कर संघ के पदाधिकारियों ने हिमाचल के मुख्यमंत्री को मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा है।
रोजाना काम करने वाले कर्मचारी के बराबर काम
संघ के अध्यक्ष ने बताया कि शिक्षा विभाग में 2021-22 में 8 हजार पार्ट टाइम मल्टी टास्क वर्कर की भर्ती हुई थी, लेकिन आज दैनिक भोगी कर्मचारी के बराबर इन लोगों से काम करवाया जाता है। इसी को लेकर उन्होंने सरकार से मांगी की है कि पार्ट टाइम वर्कर को 12 महीने का वेतन दिया जाए। साथ ही, जिन वर्कर को 12 साल पूरे हो चुके हैं उन्हें दैनिक वेतन भोगी का दर्जा दिया जाए। आने वाले बजट में सरकार इस पर भी अपना ध्यान दें।
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यूनियन अधिकारियों ने आगे बताया कि कहने के लिए हम पार्ट टाइम वर्कर हैं, लेकिन काम हमसे पूरा दिन करवाया जाता है। सरकार को इन विषय पर सोचते हुए जल्द ही कोई बड़ा कदम उठाना चाहिए।