इस्लामाबाद।(No talks behind the scenes between India and Pakistan)भारत-पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे बातचीत की अफवाहों पर पहली बार पाकिस्तान का आधिकारिक बयान आया है। ये बयान पाकिस्तानी विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार की तरफ से आया है। उन्होंने कहा कि जब से शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार सत्ता में आई है। तब से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई पर्दे के पीछे वाली कूटनीति नहीं चल रही है। इससे पहले केंद्र में जो सरकार थी उनके द्वारा दावा किया जाता रहा है कि दोनों देश छिप-छिपकर बातचीत कर रहे हैं।
दरअसल, उनका इशारा पूर्व की इमरान खान सरकार पर था। उनकी ये प्रतिक्रिया पाकिस्तान के पीटीआइ के सांसद फैसल जावेद खान द्वारा पूछे जाने के बाद आई जावेद खान ने सरकार से सवाल किया था कि “क्या इस्लामाबाद ने नई दिल्ली के प्रति अपनी नीति बदल दी है”।
भारत और पाकिस्तान के बीच पर्दे के पीछे कोई कूटनीतिक संबंध नहीं
पाकिस्तान की संसद में एक प्रश्न के जवाब में विदेश राज्य मंत्री हिना रब्बानी खार ने गुरुवार को कहा कि जब से मौजूदा सरकार सत्ता में आई है, तब से पाकिस्तान और भारत के बीच कोई पर्दे के पीछे वाली कूटनीति नहीं चल रही है। पाकिस्तानी न्यूज चैनल, जियो न्यूज के अनुसार, हिना खार ने यह भी कहा है कि पर्दे के पीछे की कूटनीति तभी जरूरी है, जब उसका कोई समाधान निकले। रब्बानी का यह बयान अभी हाल ही में भारत की ओर से पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो और मुख्य न्यायधीश उमर अता बंदियाल को इस साल 4-5 मई को गोवा में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल होने के लिए भेजे गए निमंत्रण के बाद आया है।
भारत के साथ व्यापार पर नहीं हुई कोई बातचीत
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने करतारपुर कारिडोर के उद्घाटन को एक सकारात्मक उदाहरण के रूप में पेश करते हुए कहा कि इस तरह की प्रक्रियाओं को आगे बढ़ाना ही चाहिए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भी अब खून खराबा नहीं चाहता। एलओसी पर दोनों देशों के बीच दुश्मनी की घटनाएं कम हुई हैं। हिना रब्बानी ने आगे कहा कि भारत के साथ व्यापार पर कोई बातचीत नहीं हुई है।