इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : मोदी सरकार ने एक बार फिर से डिजिटल स्ट्राइक करते हुए 104 यूट्यूब चैनल और 45 वीडियो को ब्लॉक कर दिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मौजूद इन चैनल और वीडियो पर भ्रामक जानकारी देने और उनका प्रचार करने के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसकी जानकारी आज सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने राज्यसभा में दी। उन्होंने बताया कि इस हफ्ते की शुरुआत में देश के सुप्रीम कोर्ट, मुख्य न्यायधीश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर भारत चुनाव आयोग के खिलाफ सूचना प्रसारित की जा रही थी। इन चैनल्स पर 33 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर और तीन 30 करोड़ से भी ज्यादा व्यूज थे।
आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत हुई कार्रवाई
अनुराग ठाकुर ने कहा कि डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से कुछ लोग फर्जी खबरों को प्रसारित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि हमने आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत उन चैनल्स के खिलाफ कार्रवाई की है। इन चैनल्स ने समाज को विभाजन और भय पैदा करने का प्रयास किया है।
इन सोशल मीडिया अकाउंट्स को किया गया ब्लॉक
अनुराग ठाकुर ने बताया कि हमने सोशल मीडिया पर 104 यूट्यूब चैनलों को प्रतिबंध किया है। इनमें 45 वीडियो, फेसबुक अकाउंट, तीन इंस्टाग्राम, पांच ट्विटर अकाउंट और तीन पॉडकास्ट को ब्लॉक किया गया है। इसके साथ ही दो ऐप्स और छह वेबसाइटों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है। मंत्रालय ने देश की सुरक्षा को देखते हुए सख्त कदम उठाया है।
पीआईबी के फैक्ट चेक यूनिट ने 3 चैनलों को पाया था फर्जी
जानकारी दें, हाल ही में पीआईबी की फैक्ट चेक यूनिट ने तीन यूट्यूब चैनलों की पहचान कर उन्हें फर्जी करार दिया था। वह सभी फर्जी खबरें फैला रहे थे। इसी के बाद सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय ने पीआईबी से मिली फैक्ट चेक रिपोर्ट के आधार पर न्यूज हेडलाइन्स, आज तक लाइव और सरकारी अपडेट्स को हटाने का निर्देश दिया। ये तीनों चैनल बड़े टीवी चैनलों की तस्वीर और उनके लोगो का इस्तेमाल कर फर्जी खबरें फैला रहे थे।