मुंबई। रिलाइंस चेयरमैन मुकेश अंबानी ने गुरुवार को रिलायंस परिवार दिवस समारोह 2022 को संबोधित करते हुए कहा कि भारत 2047 तक 40 ट्रलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकती है। अंबानी ने आगे कहा कि “हम ऐसे समय में जी रहे हैं जब दुनिया 21वीं सदी को ‘भारत की सदी’ के रूप में देखने लगी है। अगले 25 साल भारत के 5,000 साल पुराने इतिहास में परिवर्तनकारी होने जा रहे हैं जब भारत तेजी से आर्थिक रूप से नई उंचाईंयों को छूने के लिए तैयार है।”
2047 तक 40 ट्रिलियन डॉलर का लक्ष्य
मुकेश अंबानी ने आगे कहा 2047 तक, स्थायी और स्थिर तरीके से 40 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकती है। यह लक्ष्य यथार्थवादी और प्राप्त करने योग्य है क्योंकि भारत को युवा जनसांख्यिकी, परिपक्व लोकतंत्र और प्रौद्योगिकी की नई शक्ति प्राप्त है।
बिखराव और व्यापक गरीबी के युग से, भारत समावेशी समृद्धि, अवसरों की प्रचुरता, और 1.4 अरब भारतीयों के जीवन की आसानी और जीवन की गुणवत्ता में अकल्पनीय सुधार के युग में प्रवेश करेगा। ऐसे समय में जब दुनिया के कई हिस्सों में अनिश्चितता, अस्थिरता और यहां तक कि प्रतिगमन भी देखा जा सकता है, भारत को विश्व स्तर पर ‘चमकते स्थान’ के रूप में माना जा रहा है।
सरकार के साथ उद्योगपतियों की भूमिका अहम
गौरतलब है कि रिलाइंस इंड्सट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी देश के दूसरे सबसे धनी व्यक्ति है। अर्थशास्त्र विशेषज्ञो का मानना है कि देश बिना निजी जगत के आगे बढ़े उस उंचाई को हासिल नहीं कर सकते। देश के सबसे बड़े उद्योगपति व अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने भी 2050 तक भारत को 40 ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाए जाने की संभावना को स्वीकार्य किया है।
ज्ञात हो कि इस समय भारत की अर्थव्यवस्था 3.1 ट्रिलियन डॉलर की है। भारत सरकार का लक्ष्य 2025 तक इसे 5 ट्रिलियन डॉलर बनाने का था, लेकिन वह लक्ष्य अभी संभव होता नहीं दिख रहा है। इसके अलावा सरकार के द्वारा एक और लक्ष्य 2035 तक 10 ट्रिलयन डॉलर बनाने का रखा गया है।