इंडिया न्यूज़ (नई दिल्ली, India deported 821 foreigners in 2021): वर्ष 2021 में विदेशियों के क्षेत्रीय पंजीकरण अधिकारियों (एफआरआरओ) द्वारा कुल 821 विदेशियों को निर्वासित किया गया था, गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में यह बताया गया।
एमएचए की वार्षिक रिपोर्ट 2021-22 सोमवार को जारी की गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्वासित विदेशियों में से अधिकांश नाइजीरिया (339) के थे, इसके बाद बांग्लादेश (246) और अफगानिस्तान (105) थे।
यूनाइटेड किंगडम से सबसे ज्यादा लोग
1 जनवरी, 2021 से 31 दिसंबर, 2021 तक कुल 15,24,469 विदेशियों ने भारत का दौरा किया। इस अवधि के दौरान भारत आने वाले विदेशियों की अधिकतम संख्या संयुक्त राज्य अमेरिका (4,29,860) और उसके बाद बांग्लादेश से आने वालों की थी, जहां से 2,40,554 भारत आये।
यूनाइटेड किंगडम (1,64,143), कनाडा (80,437), नेपाल (52,544), अफगानिस्तान (36,451), ऑस्ट्रेलिया (33,864), जर्मनी (33,772), पुर्तगाल (32,064) और फ्रांस से 30,374 लोगों ने भारत का दौरा किया।
अटारी बॉर्डर से ‘वीजा-ऑन-अराइवल’
इन 10 देशों में जनवरी से दिसंबर 2021 तक विदेशियों के कुल आगमन का 74.39 प्रतिशत हिस्सा था, जबकि शेष देशों में विदेशियों के कुलआने वाले यातायात का 25.61 प्रतिशत हिस्सा था।
इसके अलावा, 65 वर्ष से अधिक आयु के पाकिस्तानी नागरिक जो अटारी इमिग्रेशन चेक पोस्ट को पैदल पार करते हैं, उन्हें कुछ शर्तों के अधीन एकल प्रवेश के साथ 45 दिनों के प्रवास के लिए ‘वीजा-ऑन-अराइवल’ (‘वीओए’) भी दिया जाता है।
2,439 लॉन्ग टर्म वीजा भी जारी किया गया
1 अप्रैल, 2021 से 31 दिसंबर, 2021 तक, तीन पड़ोसी देशों के अल्पसंख्यक समुदायों के लिए MHA द्वारा कुल 2,439 लॉन्ग टर्म वीजा (LTV) दिए गए हैं। इसमें पाकिस्तान (2193), अफगानिस्तान (237) और बांग्लादेश (9) शामिल हैं।
इसी अवधि के दौरान, 08 पाकिस्तानी नागरिक कैदी और 15 पाकिस्तानी मछुआरे, जिन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली थी, उन्हें पाकिस्तान वापस भेज दिया गया। आठ भारतीय नागरिक कैदियों और 20 भारतीय मछुआरों को पाकिस्तान की तरफ से भारत वापस भेजा गया।