India News(इंडिया न्यूज),Indian High Commission: भारत ने 30 सितंबर को ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त और महावाणिज्यदूत को स्कॉटलैंड के एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोके जाने पर कड़ी निंदा करते हुए इस घटना को ”अपमानजनक” बताया है। हाई कमीशन लंदन ने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि मामले की सूचना ब्रिटेन सरकार के साथ-साथ पुलिस को भी दे दी गई है।
भारतीय उच्चायुक्त का रास्ता रोका
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक कथित वीडियो में एक व्यक्ति ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को शुक्रवार को ग्लासगो में गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोकता दिख रहा है। दो लोगों को पार्किंग क्षेत्र में उच्चायुक्त की कार का दरवाजा खोलने का प्रयास करते हुए भी देखा गया है। इसके बाद कार को ग्लासगो गुरुद्वारा साहेब के परिसर से बाहर निकलते हुए देखा जाता है।
राजनयिक वाहन को हिंसक तरीके से खोलने का प्रयास
शनिवार को एक बयान में लंदन में भारतीय उच्चायोग ने कहा कि स्कॉटलैंड के बाहर के तीन लोगों ने दूत की यात्रा को जानबूझकर बाधित किया। उनमें से एक ने वरिष्ठ राजनयिकों के गुरुद्वारे में पहुंचने पर राजनयिक वाहन को हिंसक तरीके से खोलने का भी प्रयास किया। भारतीय दूत और भारत के महावाणिज्यदूत (सीजी) ने परिसर छोड़ने का फैसला किया क्योंकि सिख कट्टरपंथियों ने धमकियां और गालियां देनी शुरू कर दीं।
घटना में स्कॉटिश संसद के सदस्य शामिल
बयान में कहा गया कि आयोजकों में वरिष्ठ समुदाय के नेता महिलाएं और समिति के सदस्य और स्कॉटिश संसद के एक सदस्य शामिल थे। इन तत्वों द्वारा उन्हें धमकाया गया और दुर्व्यवहार किया गया। किसी भी संभावित विवाद को रोकने के प्रयास में उच्चायुक्त और महावाणिज्य दूत ने शीघ्र ही परिसर छोड़ने का फैसला किया। बयान में कहा गया है कि आयोजकों और कई सामुदायिक संगठनों ने घटना पर खेद जताया है और अधिकारियों से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया है।
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