India News ( इंडिया न्यूज़ ) India-Nepal Relations: हाल ही में नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड के सलाहकारों ने दावा किया है भारत सरकार की तरफ से उन्हें चावल की आपूर्ति जारी रहने का आश्वासन दिया गया है। बता दें भारत सरकार ने 20 को जुलाई गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने आगामी त्योहारों के दौरान घरेलू आपूर्ति बढ़ाने और खुदरा कीमतों को काबू में रखने के लिए यह कदम उठाया है। नेपाली प्रधानमंत्री के मुख्य राजनीतिक सलाहकार हरिबोल गजुरेल ने बताया कि शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नेपाली प्रधानमंत्री से बातचीत हुई और इसमें चावल का मुद्दा शामिल था।

चावल में आत्मनिर्भर नहीं नेपाल

बता दें नेपाल में चावल का एक बड़ा हिस्सा भारत से निर्यात किया जाता है। दूसरी तरफ चावल में भारत आत्मनिर्भर है। इतना ही नहीं यह दुनिया का सबसे बड़ा चावल निर्यातक देश है। वैश्विक स्तर पर भारत से निर्यात होने वाले चावल की हिस्सेदारी पिछले साल 40 फीसदी थी। अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान के मुताबिक 2022-23 के दौरान भारत ने दो करोड़ 25 लाख मीट्रिक टन चावल निर्यात किया। नेपाल सरकार के उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय ने भारत से चावल की आपूर्ति जारी रखने का अनुरोध करते हुए पत्र लिखा था।

नेपाल पीएमओ ने जारी किया अपना बयान

नेपाल (Nepal) के पीएमओ कार्यालय ने इस बारे में बयान जारी किया है और मीडिया को बताया है कि भारत से नेपाल में चावल का निर्यात पहले की तरह ही जारी रहेगा। साथ ही नेपाल में अन्य खाने की सामग्रियों की भी कमी नहीं होने देने का आश्वासन भारत के प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से दिया गया है। बहरहाल, नेपाल को चावल संकट से उबारने के पीएम मोदी के आश्वासन के बाद नेपाल में चावल की कालाबाजारी पर रोक लगने की संभावना है।

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