इंडिया न्यूज: (Indian forces will now get 24 hours electricity) पूर्वी लद्दाख से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन के कारण लगातार हो रहे गतिरोध की स्थिति के बाद अब भारत ने यहां ऊर्जा आपूर्ति को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाने का फैसला किया है। जिसके तहत सेना ने ग्रीन हाइड्रोजन-आधारित माइक्रो-ग्रिड परियोजना अपनाने की तैयारी कर रही है। जिससे उत्तरी सीमाओं और पूर्वी लद्दाख में फॉरवर्ड बेस और तैनाती पर निर्बाध ऊर्जा सप्लाई की जा सकेगी।

  • भारतीय सेना को बॉर्डर पर मिलेगी अब 24 घंटे बिजली
  • रात मे जेनरेटर से आती हैं बिजली

 

भारतीय सेना को बॉर्डर पर मिलेगी अब 24 घंटे बिजली

सेना की ताकत को बढ़ाने के लिए भारत युद्धस्तर पर काम कर रहा है। इसमें सड़क, पुल, नए उन्नत हथियार, रहने के लिए बेहतर सुविधा भी शामिल किया गया हैं। इसके साथ ही एलएसी के फॉर्वर्ड लोकेशन पर तैनात भारतीय सेना के जवानों के लिए 24 घंटे साफ ग्रीन एनर्जी से बिजली मुहैया कराने की तैयारी चल रही हैं । पूर्वी लद्दाख में ग्रीन हाइड्रोजन पावर माइक्रो ग्रिड सरकार स्थापित करने जा रही है। इसके लिए NTPC RE यानी नेशनल थर्मल पावर कॉपेर रिन्युएबल एनर्जी और थलसेना के बीच एक MOU पर दस्तखत किये गए हैं ।

रात मे जेनरेटर से आती हैं बिजली

बात दें कि अभी तक चीन से सटे बार्डर पर दिन में सोलर और जेनरेटर के जरिए बिजली मुहैया कराई जाती है और रात को तो पूरी तरह से जेनेरेटर से ही बिजली मिलती हैं। जीतने भी क्षेत्र नेशनल या स्टेट पावर ग्रिड से कनेक्ट नहीं है, वहां अब सोलर और हाइड्रोजन पावर ग्रिड से बिजली पहुंचाई जायेगी ।

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