India News (इंडिया न्यूज़),Indigenous Aircraft Carrier-2: आत्मनिर्भर भारत के तहत भारतीय सेनाओं के स्वदेशी अभियान की मुहिम को तेज करते हुए भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा बनाए जाने वाले दूसरे विमानवाहक पोत के लिए केंद्र सरकार के पास अहम प्रस्ताव भेजा है। इसे स्वदेशी विमानवाहक-2 के नाम से जाना जाएगा।

आत्मनिर्भर भारत पर जोर दे रहा है नौसेना 

अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय के द्वारा जल्द ही रक्षा क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत कार्यक्रम के तहत भारतीय नौसेना के पेश किए गए प्रस्ताव पर चर्चा करेगा। जब आइएसी-2 पर काम को सरकार से मंजूरी मिल जाएगी तो यह कार्यक्रम केरल में कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड के माध्यम से कई हजार प्रत्यक्ष और कई गुना अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा करेगा।

CSL ने निर्मांण किया स्वदेशी विमानवाहक-2

बता दें कि पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आइएनएस विक्रांत को पिछले साल सितंबर में कोच्चि में प्रधानमंत्री मोदी ने कमीशन किया था। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (CSL) के तैयार इस विमानवाहक पोत की काफी सराहना की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि नौसेना तीन विमानवाहक पोत चाहती है ताकि प्रत्येक तट पर एक विमानवाहक पोत को तैनात रखा जा सके और एक की मरम्मत की जा सके। तीन विमानवाहक पोतों के साथ, नौसेना हिंद-प्रशांत क्षेत्र में तैनात सभी नौसेनाओं के साथ तालमेल बनाए रख सकेगी।

वहीं, नौसेना को आइएनएस विक्रांत के लिए 26 नए राफेल लड़ाकू विमान भी मिलने वाले हैं और वह स्वदेशी ट्विन इंजन डेक एल-आधारित लड़ाकू विमान भी खरीदने पर विचार कर रही है, जिसे अब तीन वाहकों पर तैनात करने के लिए बड़ी संख्या में उत्पादित किए जाने की उम्मीद है।

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