Indore Bawadi Accident: इंदौर के श्री बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में रामनवमी के दिन बड़ा हादसा हो गया। यहां बावड़ी की छत धंस गई जिसमें 35 लोगों की जान चली गई है। वहीं 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। हादसे के बाद पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और देर रात 16 शव और निकाले गए।
अचानक से धंस गई जमीन
बता दें गुरुवार को रामनवमी पर यहां पूजा की जा रही थी। सुबह करीब 11 बजे से हवन शुरू हुआ था। इस दौरान मंदिर परिसर के अंदर बावड़ी की गर्डर फर्शी से बनी छत पर 60 से ज्यादा लोग बैठे थे। तभी स्लैब भर-भराकर गिर गया और सारे लोग 60 फीट गहरी बावड़ी में जा गिरे। बताया जा रहा यह मंदिर करीब 60 साल पुराना है।
फर्शियां गिर रही थीं और लोग चिल्ला रहे थे
रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे राजेश यादव भी इस हादसे में घायल हो गए। उन्होंने बताया, ‘पूर्णाहुति के समय अचानक जमीन धंस गई। हम बावड़ी में जा गिरे। सब चिल्ला रहे थे। मैं जैसे तैसे बावड़ी के कोने तक पहुंचा। आसपास की फर्शियां धंस रही थी। मेरे साथ 10-12 लोग पत्थर पकड़ कर रुक गए। एक महिला को रस्सी से ऊपर ले जा रहे थे तभी वह ऊपर से गिरी गई और हम उन्हें बचा नहीं पाए।’
लोगों को नहीं थी बावड़ी पर बैठेने की खबर
स्थानीय प्रशासन के मुताबिक, मंदिर समिति ने बिना अनुमति के 30 साल पहले अवैध ढंग से बावड़ी को ढंक दिया। पूजा कर रहे लोगों को ये पता भी ही नहीं था कि वे बावड़ी पर बैठे हैं। निगम के रिकॉर्ड में दर्ज 629 बावड़ियों की सूची में पटेल नगर की बावड़ी का कहीं जिक्र ही नहीं था। समिति ने बावड़ी पर जाली ढक कर ऊपर फर्श बना दिया था।
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