India News (इंडिया न्यूज), Hamas-Israel War: हमास और इजरायल के बीच संघर्ष 7 अक्टूबर से लगातार जारी है। वहीं, इजरायल और हमास के बीच जारी संघर्ष में अब तक पांच हजार से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इधर, गाजा में बढ़ते संघर्ष के कारण कतर में हमास के कार्यालय में कड़ी जांच की जा रही है। मध्य पूर्व विश्लेषक एंड्रियास क्रीग (Andreas Krieg) ने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया कि दोहा को हमास के साथ अपने संबंधों में पीछे हटना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह सब अमेरिकी प्रशासन के अनुरोध पर निर्भर करेगा।

कतर कर रहा कूटनीति

बता दें, इजरायल-हमास युद्ध में कतर पर्दे के पीछे गहन कूटनीति में लगा हुआ है। कतर इजरायल और हमास के साथ कैदियों की अदला-बदली पर बातचीत कर रहा है। मालूम हो कि कतर ने साल 2013 में तालिबान को दोहा में एक राजनीतिक कार्यालय खोलने के लिए आमंत्रित किया था। कतर ने गाजा पट्टी को सालों से वित्तीय सहायता मुहैया करता आया है।

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बीते दिन क्रीग ने वाशिंगटन और तेहरान के बीच कैदियों की अदला-बदली में ईरान के साथ मध्यस्थ के रूप में अपनी भूमिका की ओर इशारा करते हुए कहा कि कतर के पास काफी प्रभाव है। उन्होंने कहा कि अमेरिका यह सुनिश्चित कर रहा है कि कतर ईरान से बात कर यह सुनिश्चित कर सके कि विभिन्न ऑपरेटिव विकल्प क्या हैं और यह सुनिश्चित कर रहा है कि यह पूरी तरह से विफल न हो जाए।

हमास पर इजरायल का कार्रवाई जारी

दरअसल इजरायली अधिकारियों ने बताया कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल पर हमला किया था, जिसमें अब तक 1400 लोगों की मौत हो गई है। वहीं, हमास के आतंकियों ने 200 से अधिक इजरायली नागरिकों को बंधक बना लिया है। इधर, गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायील हमलों मेंअब तक 3,700 से अधिक फलस्तीनी नागरिक मारे गए हैं।

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