इंडिया न्यूज:(Javed akhtar) बॉलीवुड लिरिक्स और स्क्रिप्ट राइटर जावेद अख्तर अक्सर अपने बयानों की वजह से सुर्खियों में बने रहते हैं। बता दें हाल ही में जावेद अख्तर लाहौर में एक इवेंट में शामिल होकर वहीं के लोगों को खरी-खोटी सुना कर आए थे। जिसके बाद भारतीय सोशल मीडिया युर्जस ने सोशल मीडिया पर जावेद अख्तर की जमकर तारीफ की थी। जिसके बाद एक बार फिर से जावेद अख्तर अपने एक नए बयान की वजह से चार्च में आ गए है, दरअसल हाल ही में जावेद अख्तर पत्नी शबाना आजमी के साथ मिलकर उर्दू एल्बम ‘शायराना सरताज’ लॉन्च किया। जहां उन्होंने उर्दू भाषा के महत्व के बारे में बातया जो इस समय तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
उर्दू हिंदुस्तानी भाषा है
जावेद अख्तर के अनुसार उर्दू भाषा के विकास में पंजाब का बहुत बड़ा रोल है। उन्होंने कहा, “उर्दू किसी और जगह से नहीं आई है। ये हमारी हिंदुस्तान की भाषा है। ये हिंदुस्तान के बाहर नहीं बोली जाती। ये पाकिस्तान या इजिप्ट की भाषा नहीं है। पाकिस्तान का भी पहले कोई वजूद नहीं था। वो भी हिंदुस्तान से ही निकला है।” आगे जावेद अख्तर कहते है की, “हमने ये भाषा (उर्दू) क्यों छोड़ दी, पाकिस्तान की वजह से? अगर पाकिस्तान ये कहे कि कश्मीर उसका तो क्या आप मान लेंगे। इसी तरह उर्दू भी हिंदुस्तान की ही एक भाषा है, जिस पर हम सभी को ध्यान देना चाहिए।
आजकल नई जेनरेशन वाले अंग्रेजी पर ज्यादा फोकस करते हैं। युवा पीढ़ी और लोग उर्दू और हिंदी कम बोलते हैं। हमें हिंदी में बात करनी चाहिए, क्योंकि ये हमारी राष्ट्रभाषा है। जावेद अख्तर ने ये भी कहा कि भाषा का संबंध किसी विशेष धर्म से नहीं होता बल्कि क्षेत्रों पर आधारित होता है। अगर भाषा का संबंध धर्म से होता तो पूरे यूरोप में एक ही भाषा बोली जाती।”
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