रांची( Jharkhand Congress MLA Bixal Kongari joins ED probe in Ranchi): झारखंड के कोलेबिरा से निलंबित कांग्रेस विधायक नमन बिक्सल कोंगारी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश हुए। यह पेशी पश्चिम बंगाल में 49 लाख रुपये नकद की जब्ती से जुड़े मामले को लेकर हुई। कोलेबिरा विधायक उन तीन कांग्रेस नेताओं में से एक हैं, जिन पर 2022 में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार को गिराने की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया गया था।
ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय पहुंचने के बाद विधायक कोंगारी ने कहा कि वह बैंक से संबंधित दस्तावेजों के साथ जांच के लिए उपस्थित हुए हैं और मैं उनके सवालों का जवाब दूंगा अगर यह मेरी जानकारी में होगा। ईडी ने अन्य दो विधायकों डॉ. इरफान अंसारी और राजेश कच्छप से 6 और 7 फरवरी को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की थी।
ईडी दफ्तर जाते कोंगारी
जीरो एफआईआर हुई थी दर्ज
पश्चिम बंगाल में नकदी जब्ती के बाद कांग्रेस के बेरमो विधायक कुमार जयमंगल ने पिछले साल रांची में एक शून्य प्राथमिकी दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि इन नेताओं ने झारखंड सरकार गिराने के लिए उनसे भी संपर्क किया था। बाद में ईडी ने मामले को अपने हाथ में ले लिया।
हावड़ा में पकड़ा कैश
मामला 30 जुलाई 2022 का है। इस दिन झारखंड के तीन कांग्रेस विधायकों को पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले में उनके वाहन में भारी मात्रा में नकदी मिलने के बाद हिरासत में लिया गया था। विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगारी जिस एसयूवी में सफर कर रहे थे, उसे पंचला थाना क्षेत्र के रानीहाटी में राष्ट्रीय राजमार्ग-16 पर रोका गया।