नई दिल्ली: उत्ताखंड पर आई प्रकृतिक आपदा से पूरा देश चिंतीत है। ना सिर्फ उत्तराखंड के वासी बल्की देश के सभी लोग उत्तराखंड के निवासियों की सलामती के लिए प्राथनाएं कर रहे हैं। इसी मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की है।

शाह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आरके सिंह, भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ जोशीमठ में जमीन धंसने के मद्देनजर सड़कों, बिजली आपूर्ति, पानी की कमी और पर्यावरण से संबंधित मुद्दों पर बैठक की अध्यक्षता की। 40 मिनट तक अमित शाह के घर पर चली इस बैठक में गृह सचिव अजय भल्ला भी मौजूद थे।

प्रसाशन की ओर से अब तक 720 इमारतों को चिन्हित कर उसपर लाल निशान बना दिया गया है, जो दर्शाता है की वह जगह अब रहने लायक नहीं है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, उत्तराखंड के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ अमित शाह ने बैठक में स्थिति का जायजा लिया और राहत उपाय करने का निर्देश दिया। इस बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से IIT रुड़की, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण और वाडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी के विशेषज्ञ शामिल हुए।

गृह मंत्री को अवगत कराया गया कि जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों को खाली कराने और उन्हें सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए भोजन, आश्रय और सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था के साथ काम कर रहा है। अधिकारियों ने क्षेत्र में निर्माण परियोजनाओं को रोक दिया है और सरकार ने घटना और अचानक संकट से उत्पन्न स्थिति को देखने के लिए एक समिति का गठन किया है।