India News Haryana manch: हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने आज इंडिया न्यूज हरियाणा मंच पर राज्य में हाल ही में हुुई बेमौसम बारिश से फसलोें को हुए नुकसान व किसानों के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली सहायता पर बात की। चंड़ीगढ़ में चल रहे कार्यक्रम में मंच पर राज्यसभा सांसद कार्तिक शर्मा भी मौजूद हैं। प्रदेश के इतिहास में यह सबसे बड़ा सम्मेलन हो रहा है और कई दिग्गज हस्तियां इसमें अपने विचार रख रही हैं। राज्य के मुख्यमंत्री भी मंच पर भविष्य की प्लानिंग बताएंगे।
इंडिया न्यूज के सवाल
जेपी दलाल से इंडिया न्यूज हरियाणा मंच पर जब पूछा गया कि ऐसे लग रहा है कि किसान भाई से ऊपर वाला नाराज हो गया है, सरकार पर तो वह ज्यादा डिपेंड करते नहीं, सरकार से उम्मीद भी ज्यादा नहीं करते हैं, लेकिन अब हालत यह हो गई है कि उन्होंने जो बरसों से अपनी मेहनत की, उस पर ऊपर वाले की मौसम की मार पड़ी है। किसानों के मन में हैं कि उनकी फसलों का मुआवजा, गिरदावरी कब तक हो जाएगी, कौन-कौन से जिले में होगी और कितना मुआवजा मिलेगा?
बेबाकी से ये दिए जवाब
कृषि मंत्री ने इस पर कहा कि यह सही है कि किसान संकट में है और प्रकृति की उसको मार झेलनी पड़ी है। जब किसान का फसल काटकर घर लाने का वक्त आया था और उसकी उम्मीद थी कि वह अपने परिवार को कुछ सुख सुविधाएं देगा, उस वक्त प्रकृति उससे नाराज हुई और किसान की आंखों में आंसू है लेकिन मैं आपके माध्यम से बताना चाहता हूं कि हरियाणा सरकार किसान के साथ खड़ी है और बारिश से जो फसलों को नुकसान हुआ है सरकार उसकी भरपाई करने जा रही है।
हालात बताने के निर्दश
जेपी दलाल ने कहा कि दूसरा सवाल आपने किया कि कहां-कहां क्या होगा, इस बारे मैं बताना चाहता हूं कि कई जिलों में गया हूं और मैंने देखा है कि पूरे प्रदेश में किसानों को नुकसान हुआ है। कहीं कम है और कहीं ज्यादा नुकसान हुआ है। कहीं बारिश की वजह से और कहीं ओलावृष्टि के कारण फसलें खराब हुई हैं। कृÞषि मंत्री ने कहा, मैं खुद जाकर देख रहा हूं। अधिकारियों से मौके पर जाकर सरकार को सूचना देने के निर्देश दिए गए हैँ ताकि सरकार नुकसान की भरपाई कर सके।
क्षतिपूर्ति पोर्टल बनाया
जेपी दलाल ने कहा, हाल ही में हुई बारिश के कारण राज्य में गेहंू सहित सभी फसलों को नुकसान पहुंचा है और सरकार किसानों को हुई इस क्षति से वाकिफ है। अधिकारियोें को गिरदावरी के निर्देश दिए गए हैं और 15 अप्रैल तक फसलों को हुए नुकसान का डाटा देने को उन्हें कहा गया है। कृषि मंत्री ने बताया कि एक क्षतिपूर्ति पोर्टल भी बनाया गया है ताकि किसानों को बेहतर सुविधा मिल सके। आंकड़े मिसमैच न हों इसलिए भी क्षतिपूर्ति पोर्टल बनाया गया है।