इंडिया न्यूज़ : इस बार का बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा। अंतिम दिन भी सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से नहीं चल पाई। संसद में हंगामा राहुल के इस मांग पर हुआ कि अडानी पर हिंडेनबर्ग की रिपोर्ट पर जेपीसी के गठन हो। राहुल ने सदन में ये बात लगातार दुहराई कि अडानी की शैल कंपनी में 20 हजार करोड़ किसके हैं। वहीं दूसरी और सत्ता पक्ष इस सत्र में राहुल द्वारा कैंब्रिज में दिए उनके भाषण पर माफी की मांग पर अड़ा रहा। उधर राहुल जेपीसी जांच पर अड़े रहे तो दूसरी और सत्तापक्ष राहुल की माफ़ी पर। लेकिन यहाँ सवाल उठता है कि इस बार के बजट सत्र में लोकसभा में कितना काम हुआ।

वैसे तो इस बार का बजट सत्र काफी हंगामेदार रहा। सदन की कार्यवाही बार -बार स्थगित हुआ। लेकिन इस बार लोकसभा में जितना काम हुआ। आइये जानते हैं इस रिपोर्ट में।

इस बार लोकसभा में इतना काम हुआ

-महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 31.01.2023 को एक साथ संसद के दोनों सदस्यों के सामने अभिभाषण प्रस्तुत किया।- 5 बैठकें हुई जो लगभग 45 घंटे 55 मिनट तक चलीं।
-एक फरवरी को बजट सत्र राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा 13 घंटे 44 मिनट तक चली और इस चर्चा में 143 सदस्यों ने भाग लिया।
-चर्चा के अंत में, प्रधानमंत्री ने वाद-विवाद का उत्तर दिया। सभा ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव को स्वीकार किया।
-वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट 01.02.2023 को प्रस्तुत किया गया।
-केंद्रीय बजट 2023-24 पर सामान्य चर्चा 14 घंटे 45 मिनट तक चली. वाद-विवाद में 145 सदस्यों ने भाग लिया और वित्त मंत्री ने चर्चा का उत्तर दिया।
-सत्र के दौरान, 8 सरकारी विधेयक पुर:स्थापित किए गए तथा 6 विधेयक पारित किए गए।
-सत्र के दौरान 29 तारांकित प्रश्नों का मौखिक उत्तर दिया गया।
-लोक महत्व के कुल 133 मामले उठाए गए।
-नियम 377 के अधीन कुल 436 मामले लिए गए।
-लोकसभा की विभागों से संबद्ध स्थायी समितियों ने 62 प्रतिवेदन प्रस्तुत किए।
-सत्र के दौरान 2799 पत्र सभा पटल पर रखे गए।