इंडिया न्यूज़ : आज सोशल मीडिया पर सत्यपाल मलिक की गिरफ्तारी की खबरें अचानक तैरने लगी, जिसमें यह बताया गया कि सत्यपाल मलिक को दिल्ली के आरके पुरम थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें, कल ही जम्मू-कश्मीर के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मलिक को सीबीआई ने पूछताछ के लिए समन भेजा था और आज उनकी गिरफ्तारी की खबरें चलने लगी। जो बाद में अफवाह निकली।

बता दें, मलिक की गिरफ्तारी पर तैर रहे अफवाहों पर विराम जब दिल्ली पुलिस ने सटीक जानकारी दी। दिल्ली पुलिस की ओर से कहा गया ‘ना तो सत्यपाल मलिक को पुलिस ने थाने में बुलाया था और ना ही उनकी गिरफ्तारी हुई है।’ फिर लोगों के मन में यह सवाल उठा कि आखिर सत्यपाल मालिक थाने में पहुंचे कैसे और धरने पर क्यों बैठ गए। तो आइये इस रिपोर्ट में बताते हैं ‘पूरा मामला’।

सत्यपाल मामले में पुलिस का पक्ष

बता दें, मलिक मामले में पुलिस का कहना है कि सत्यपाल मलिक का बेटा और बेटी आरके पुरम इलाके में रहते हैं। मालिक यहां बड़ी संख्या में लोगों के साथ एक पार्क में मीटिंग कर रहे थे, जब प्रशासन ने उनसे पूछा कि सार्वजनिक जगह पर मीटिंग की आपने परमिशन ली है, तो उन्होंने इंकार कर दिया। इस बीच दिल्ली पुलिस ने ट्वीट करके सत्यपाल मलिक के गिरफ्तारी की असलियत बताई और कहा कि वह खुद वह अपने समर्थकों के साथ आरके पुरम थाने में पहुंचे थे। उनसे कहा गया कि वह अपनी मर्जी से वापस जाने के लिए स्वतंत्र हैं, पुलिस द्वारा यह भी कही गई कि सत्यपाल मलिक अपनी कार से थाने आए थे। पुलिस ने न तो उन्हें बुलाया नहीं उन्हें हिरासत में लिया।

सत्यपाल मलिक का पक्ष

वहीं, जब इस मामले में सत्यपाल मलिक से पूछा गया, तब अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने कहा मैंने खुद गिरफ्तारी दी है। आज खाप पंचायत वाले मेरे घर आने वाले थे। वो लोग मुझे अपना समर्थन देने आने वाले थे, लोगों की संख्या ज्यादा थी और जब घर पर जगह काम था। इसलिए मैंने घर के बाहर टेंट लगवा दिया था। लेकिन पुलिस वाले आकर रोक टोक करने लगे। आपत्ति जताने लगे। इसलिए मैंने खुद ही गिरफ्तारी दे दी।