India News (इंडिया न्यूज़), Madhavi Latha: बीजेपी ने सनातनी के खिलाफ आक्रामक रहने वाले असदुद्दीन ओवैसी के परिवार के 40 साल पुराने राजनीतिक किले को तोड़ने की तैयारी बना रही है जिसके लिए हैदराबाद से फायर ब्रांड माधवी लता को मैदान में उतारा है। कट्टर हिंदू होने के बावजूद माधवी लता मदरसों की मदद करती हैं। वह कहती हैं कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है, लेकिन सनातन के खिलाफ बेवजह बयानबाजी करने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। माधवी पहली बार चुनाव लड़ रहीं माधवी का मानना है कि बीजेपी ने सनातन की रक्षा का जो काम सौंपा है, उसे वह बिना किसी परेशानी के पूरा करेंगी। हालांकि वह राजनीति में नई हैं और यह उनका पहला चुनाव है, लेकिन वह हैदराबाद में ओवैसी को कड़ी चुनौती देने जा रही हैं।
बता दें कि, टिकट मिलने के बाद माधवी लता ने यहां तक दावा भी कर दिया कि वह ओवैसी को उनके ही गढ़ में डेढ़ लाख वोटों से हराकर उन्हें संसद से बाहर कर देंगी और लोकतंत्र के मंदिर हैदराबाद का प्रतिनिधित्व करने जाएंगी। माधवी का कहना है कि, ओवेसी अब तक धोखे से जीतते रहे हैं, इस बार उनका फर्जी वोट बैंक काम नहीं आएगा।
भरतनाट्यम करती हैं माधवी लता
भरतनाट्यम करती हैं। लेकिन जब बात धर्म और आस्था की आती है तो विरोध करने वाले लेडी सिंघम से कम नहीं होते। वह अपने तीखे तर्कों और बेबाक अंदाज से दिग्गजों को खामोश करने की ताकत रखती हैं। माधवी ने तेलुगु और तमिल फिल्मों में भी काम किया है।
गरीब मुस्लिम परिवारों को शिक्षा के लिए आगे
बता दें कि, माधवी लता पुराने हैदराबाद में गरीब मुस्लिम परिवारों को शिक्षा और मदद प्रदान करने के लिए कड़ी मेहनत करती हैं। वह मुस्लिम परिवारों में बार-बार बेटियों को बेचने की प्रथा के खिलाफ भी आवाज उठाती हैं। माधवी एक घटना बताती है जिसमें एक लड़की की 18वीं शादी होती है। उसके परिवार वाले उसकी शादी 70 साल के एक अरब आदमी से कर रहे थे। माधवी पूछती है कि क्या कोई अपनी बेटी के लिए ऐसा कर सकता है? इसमें धर्म कहाँ से आता है?