India News (इंडिया न्यूज़), Maharashtra News: महाराष्ट्र के ठाणे में स्थिति छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में बीते 24 घंटे में 18 और 3 दिन में कुल 23 मरीजों की मौत हो गई है। 1 दिन में 18 मरीजों की मौत ने अस्पताल प्रबंधन की नींद उड़ा दी है विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है और सब जवाब मांग रहे हैं। दूसरी और मृतक के परिजन अस्पताल प्रबंधक को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं इस बीच मुख्यमंत्री अकाश शिंदे ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है।

मृतक के परिजनों ने अस्पताल को ठहराया जिम्मेदार

मृतक मरीज के परिजन मौत के लिए अस्पताल को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं परिजनों ने दावा किया है कि सरिता नाम की एक महिला जिसकी उम्र 42 साल थी उल्टी दस्त के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था और एडमिशन के चार दिन बाद ही उसकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला किसी बड़ी बीमारी से ग्रस्त नहीं पाई गई। सरिता की मौत पर अब उसका परिवार अस्पताल प्रबंधन और सरकार से जवाब मांग रहा है।

स्थानीय विधायक पहुंचे अस्पताल

हंगामा की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक और नेता जितेंद्र आह्वाड भी अस्पताल पहुंच गए और मौत के लिए प्रबंधन को ही जिम्मेदार बताया। उन्होंने कहा कि मरीजों को ना तो कोई गंभीर बीमारी थी और ना ही कोई सीरियस एक रात में इतनी मौत हुई तो हुई कैसे? यह प्रशासनिक लापरवाही है। अस्पताल में दवाई से लेकर स्टाफ तक और मेडिकल इक्विपमेंट से लेकर हर चीज की कमी है लेकिन प्रबंधन अपनी गलती को मानने की बजाय अपने गलती को छुपाने की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने अस्पताल के डीन को सस्पेंड करने की मांग भी की है।

पीएम ने दिए जांच के आदेश

ठाणे शहर के महानगरपालिका कमिश्नर अभिजीत बांगर भी मौके पर पहुंचे और घंटे मेडिकल टीम के साथ बैठक की फिर कैमरे के सामने आए और उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और इसके लिए राज्यस्तरीय कमेटी भी गठित की जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाही होगी हालांकि, कई मृत्यु को की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी भी आनी बाकी है।

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