India News (इंडिया न्यूज), Maharashtra Politics: महाराष्ट्र में सियासी हलचल शुरू हो गया है। एक के बाद दुसरे सियासी सरगर्मियां सामने आ रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच एक पत्र सामने आया है, जिसमें एनसीपी चीफ ने तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भुजबल के स्वास्थ्य पर ध्यान देने का आग्रह किया था। बीते दिन आए खबर से महाराष्ट्र में सियासी हलचल में हल चल गया है।

पूर्व में भुजवल की स्वस्थ्य पर चिंता जताई पवार

वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के बागी नेता छगन भुजबल ने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार पर आरोप लगाए हैं। इसमें कहा कि जब वह आय से अधिक संपत्ति मामले में जेल में बंद थे तो पवार उनके साथ खड़े नहीं हुए थे। कथित तौर पर 8 मार्च 2018 को लिखे इस पत्र में पवार ने कहा कि उन्हें भुजबल के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में परेशान करने वाली खबरें मिल रही हैं। उन्होंने लिखा था कि 70 वर्षीय भुजबल दो साल से सलाखों के पीछे बंद हैं और मामले पर अदालत का फैसला आने तक भुजबल को निर्दोष माना जाना चाहिए।

अप्रिय स्थिति झेलनी पड़ी तो सरकार जिम्मेदार

पत्र के मुताबिक पवार ने कहा कि भुजबल एक सम्मानित ओबीसी जननेता थे। छगन भुजबल की स्वस्थ्य को लेकर उन्होंने फडणवीस से भुजबल की स्वास्थ्य स्थिति और बढ़ती उम्र को देखते हुए उन्हें उचित इलाज देने के लिए शीघ्र कदम उठाने का आग्रह किया। शरद पवार ने यह भी कहा, ”अगर आने वाले दिनों में भुजबल को कोई अप्रिय स्थिति झेलनी पड़ी तो इसके लिए आपकी सरकार जिम्मेदार होगी।”

यह भी पढ़ेंः- Petrol Diesel Rate: नवरात्री के तीसरे दिन पेट्रोल-डीजल पर क्या हुआ असर, जानें अपडेट

गौरतलब है कि जब एनसीपी नेता अजीत पवार ने शरद पवार के नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह का झंडा उठाया था तो भुजबल पाला बदलने वाले 40 विधायकों में से एक थे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने 2018 में कथित तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने छगन भुजबल के स्वास्थ्य पर ध्यान देने का आग्रह किया था।

यह भी पढ़ेंः- Bihar Train Accident: बिहार में एक के बाद दूसरा ट्रेन हादसा, आनन-फानन में रेल अधिकारी