Mahua Moitra Attack Loksabha Speaker: हंगामें के कराण संसद सत्र के चार दिन बर्बाद हो चुके है। अब तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा ने आरोप लगाया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला केवल भाजपा सांसदों को ही अनुमति देते हैं फिर विपक्षी सांसदों को अपने विचार व्यक्त करने की अनुमति दिए बिना सदन को स्थगित कर देते हैं।

  • पवन खेड़ा ने भी यह आरोप लगाया था
  • महुआ ने लोकतंत्र खत्म होने की बात कही
  • विपक्ष अडानी मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग रहा है

ट्विटर पर उन्होंने कहा: “पिछले 3 दिनों में स्पीकर @ombirlakota ने केवल भाजपा के मंत्रियों को माइक पर बोलने की अनुमति दी और फिर संसद को स्थगित कर दिया, एक भी विपक्षी सदस्य को बोलने की अनुमति नहीं दी। लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और स्पीकर इसका नेतृत्व कर रहे है। मैं इस ट्वीट के लिए जेल जाने को तैयार हूं।”

पवन खेड़ा ने भी यही बात कही

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि सत्तारूढ़ बीजेपी संसद को सुचारू रूप से नहीं चलने दे रही है क्योंकि उसे वहां अडानी का मुद्दा उठने का डर है। खेड़ा ने कहा, “कांग्रेस ध्यान भटकाने के लिए जब भी अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग उठाती है, वे (भाजपा) सत्र नहीं चलने देंगे। भाजपा डरी हुई है कि कोई गौतम अडानी का नाम संसद में उठाएगा।”

जेपीसी की मांग

अडानी मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग को लेकर कांग्रेस के नेतृत्व वाला विपक्ष संसद में विरोध कर रहा है। वही सत्ता पक्ष लंदन में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की लोकतंत्र पर उनकी टिप्पणी पर माफी मांगने की मांग कर रहे हैं। राहुल गांधी के लंदन वाले बयान को लेकर बीजेपी सांसद नारेबाजी कर रहे हैं तो वहीं विपक्षी सांसद भी प्लेकार्ड्स लेकर सदन में पहुंचे।

स्पीकर की चेतावनी

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन में हंगामे पर कहा कि ये सदन चर्चा और संवाद के लिए है। इसलिए सदन को चलने दें। अगर आप जनता का कल्याण करना चाहते हैं। उन्होंने तख्तियां लेकर वेल में आए संसदों को सदन की गरिमा बनाए रखने की नसीहत भी दी और कहा कि ये सदन तख्तियां लेकर आने के लिए नहीं है।

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