इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : पंजाब विधानसभा चुनाव में मिली शिकस्त के बाद कांग्रेस मे हाहाकार मचा हुआ है। आज यानी बुधवार को सूबे के पूर्व वित्त मंत्री मनप्रीत बादल भी कांग्रेस को अलविदा कहकर बीजेपी का दामन थाम लिए। आपको बता दें, कांग्रेस को गुडबॉय कहने वाले मनप्रीत बादल ने कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि एक तो पार्टी के बड़े नेताओं की राजनीति में दिलचस्पी कम है। दूसरा, उनसे मुलाकात तो दूर उनके मुलाजिमों के मुलाजिम से मुलाकात भी मुश्किल था।

भाजपा का दमन थामने वाले मनप्रीत बादल ने कहा वहां मुलाजिमों के मुलाजिम ऑर्डर दे रहे हैं और पार्टी भी वही चला रहे हैं। उनसे मिलना बहुत मुश्किल था। राजनीति एक मकसद से की जाती है जहां मिलना ही मुश्किल हो वहां मकसद की क्या ? राजनीति आदमी इज्जत के लिए करता है अगर इज्जत ही नहीं है?मुल्क भी आगे नहीं जा रहा। मिलना भी बड़ा मुश्किल है? तो उस पार्टी में रहने का क्या मतलब ?

बीजेपी एक अनुशासित पार्टी

कांग्रेस में मिले दर्द को बयान करते हुए बादल ने ये भी कहा कि हिंदी में कहते हैं ना कि अगर बाप के घर इज्जत ना मिले तो बाप का घर भी छोड़ देना चाहिए। मुझे बीजेपी एक ऐसी पार्टी दिखी जिसमें इज्जत है। जो मुल्क को आगे लेकर जाना चाहती। जो अनुशासित पार्टी है तो क्यों न आदमी ज्वाइन करे। गृहमंत्री जी से आधी रात को मुलाकात हुई। मैने उनसे कहा जी आप दुनिया की 5th लार्जेस्ट इकोनॉमी और 3rd लार्जेस्ट मिलिट्री चला रहे और इतनी रात को मुझे मिलने का समय कैसे दे सकते हो।

बादल के अनुसार, उन्होंने कहा आप चाहे रात 2 बजे भी मुझसे मिल लो कोई दिक्कत नहीं। पंजाब के बारे में जो उनका ख्याल था कि पंजाब हिंदुस्तान का हीरा था और है और हमेशा रहेगा।

मनप्रीत बादल और पंजाब

जानकारी दें, मनप्रीत सिंह बादल का जन्म 26 जुलाई 1962 को पंजाब के मुक्तसर में हुआ था। वो पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के भतीजे है। मालूम हो, मनप्रीत बादल ने लंदन से कानून की डिग्री हासिल की है। जिनके दो बच्चे भी हैं। बेटे का नाम अर्जुन बादल और बेटी का नाम रिया बादल है।