India News (इंडिया न्यूज़), Meghalaya: आपको अक्सर ऐसा देखने को मिला होगा कि, घोड़ों को लगाम लगाने के लिए उनके मुंह में नुकीली बिट को लगाई जाती है।, ताकि घोड़े को नियंत्रण किया जा सके। जब घोड़ा चल रहा होता है। तो चालक उसे रोकने के लिए उसके लगाम को खींचता है जो नुकीली होती है। वहीं इसके साथ ही इस नुकीली बिटों पर अब मेघालय सरकार ने रोक लगा दी है। इसके साथ ही नुकीली बिट्स के निर्माण, बिक्री और व्यापार पर भी प्रतिबंध लगा दिया है।

सरकार बेजुबानों के पक्ष में सुनाया फैसला

बता दें कि, सरकार बेजुबानों के पक्ष में अपना फैसला सुनाते हुए पशुपालन विभाग के निदेशक डॉ आर सी संगमा ने इसको लेकर पूर्वोत्तर राज्य के जिलों और उप-मंडलों में संबंधित अधिकारियों को पत्र जारी कर दिया है। आर सी संगमा ने इसके लेकर कहा है कि, मेघालय में नुकीले बिटों के निर्माण, बिक्री और व्यापार पर रोक लगाने के लिए सभी स्तरों पर पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिया है। इन क्रूर उपकरणों के इस्तेमाल से घोड़ों के मुंह घायल हो जाते हैं और वह बहुत ही दर्दनाक होता है।

बिटों से घोड़ो को लगाई जाती है लगाम

हमें ऐसा देखने को मिलता है कि, घोड़ो का उपयोग शादियों, मनोरंजन क्षेत्रों में सवारी और गाड़ियों को खींचने के लिए किया जाता है, जिनके मुंह में धातु की बिट लगी रहती है ताकि, घोड़े पर लगाम लगाई जा सके। दरअसल बिटों को घोड़े के मुंह में डाला जाता है और लगाम से जोड़ दिया जाता है। जिसके बाद लगाम खींचे जाने के बाद कीलें घोड़े के होठों और जीभ को काट देती थी।

पशु अधिकार संगठन बिटों पर प्रतिबंध लगाने का किया था आग्रह

मामले को लेकर संगमा ने कहा कि, भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने पहले इस तरह के प्रतिबंध के पक्ष में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक सलाह भी जारी की थी। पशु अधिकार संगठन पेटा ने पहले ही सरकार से नुकीले बिटों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह किया था।

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