India News (इंडिया न्यूज), Mohan Yadav Biography: मध्य प्रदेश में सोमवार को सीएम के नाम के घोषणा के लिए बीजेपी की विधायक दल की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में विधायकों ने मोहन यादव के नाम पर बहुमत की मुहर लगाई है। मोहन यादव (Mohan Yadav) उज्जैन दक्षिण क्षेत्र से विधायक हैं। वह शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) सरकार में शिक्षा मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने लगातार तीसरी बार विधानसभा का चुनाव जीता है।

मोहन यादव का सियासी सफर

बता दें कि मोहन यादव मध्य प्रदेश में जातिगत फैक्टर से बीजेपी का बड़ा ओबीसी चेहरा हैं। 2020 में उन्हें शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी दी गई थी और 2023 तक वह इस पद पर रहे। मोहन यादन ने राजनीतिक सफर की शुरूआत एक छात्रनेता के तौर पर की। 58 वर्षीय मोहन यादव ने राजनीति में अपना पैर रखें जब उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को ज्वाइन किया। वह आरएसएस के भी सदस्य रहे हैं।

मोहन यादव भाजयुमो में भी कई पदों पर रहे। वह भाजयुमो में अनुसूचित जाति के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। मोहन यादव वर्ष 1990 में पहली बार विधायक बने। 2003 में जब वे विधायक बने तो उन्हें राज्य मंत्री बनाया गया। 2008 में जब वे विधायक बने तो उन्हें परिवहन मंत्री बनाया गया। इसके अलावा उनके पास कई विभाग भी रहे. मोहन यादव अब तक 7 बार विधायक चुने जा चुके हैं।

मोहन यादव के पास कितनी संपत्ति?

मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री 58 वर्षीय मोहन यादव के पास कुल 42 करोड़ रुपये की संपत्ति है। चुनाव आयोग को दिए हलफनामे के मुताबिक उन पर 9 करोड़ रुपये का कर्ज भी है। उनकी गिनती राज्य के अमीर नेताओं में होती है।

मोहन यादव के परिवार में कितने लोग

मोहन यादव का जन्म 1 जुलाई 1957 को नीमच जिले के रामपुरा में हुआ था। उनके पिता का नाम गेंदालाल देवड़ा है। मोहन यादव की पत्नी रेनू देवड़ा हैं। उनके दो बेटे हैं। मोहन यादव ने बीएससी, एलएलबी और पीएचडी की डिग्री हासिल की है।

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