इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बाद हरियाणा व झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस संक्रमण से निपटने की तैयारी कर ली है। हरियाणा स्वास्थ्य विभाग ने ओपीडी में चिकित्सकों को निर्देश जारी कर कहा है कि यदि कोई संदिग्ध मामला सामने आए तो तुरंत उसकी जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को दें। साथ ही विभाग ने विदेशों से आने वाले लोगों पर खास नजर रखने के निर्देश जारी किए हैं।
अन्य राज्यों में मंकीपॉक्स के संदिग्ध मामले मिलने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी राज्य के सभी जिलों में 10 बिस्तरे मंकीपॉक्स के रोगियों के लिए आरक्षित कर दिए गए हैं। कोविड अस्पतालों में यह बिस्तरे रिजर्व किए गए हैं। इसी के साथ योगी सरकार ने मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट भी जारी किया है। प्रदेश का स्वास्थ्य विभाग संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों के सर्विलांस व प्रबंधन पर जोर दे रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार अब तक मंकीपॉक्स 75 से ज्यादा देशों में अपने पैर पसार चुका है और दुनिया में अब तक इसे 16 हजार से अधिक सामने आ चुके हैं। भारत में अब तक मंकीपॉक्स से संक्रमित चार मामलों की पुष्टि हुई और कुछ जगहों पर संदिग्ध मामले भी मिले हैं। इसी के चलते केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। राज्य सरकारें भी लगातार बढ़ते मामलों पर नजर रख रही हैं। कई राज्यों में अलर्ट जारी किया जा चुका है।
बिहार में भी मंकीपॉक्स को लेकर अलर्ट है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के अनुसार स्वास्थ्य विभाग ने मंकीपॉक्स संक्रमण को लेकर गाइडलाइन जारी कर लोगों से संक्रमण को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है। गौरतलब है कि राजधानी पटना में मंकीपॉक्स की संदिग्ध महिला मरीज मिली है। उस महिला की ट्रैवल हिस्ट्री का अभी पता नहीं चल सका है।
झारखंड में भी संदिग्ध मरीज मिलने के बाद प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने राज्य के सभी जिलों को अलर्ट जारी कर दिया है। सिविल सर्जन को सदर अस्पतालों में आइसोलेशन वार्ड तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बाद इस पर तेजी काम चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने सभी सिविल सर्जन को एक एडवाइजरी भी जारी की है।
केरल में मंकीपॉक्स का सबसे पहला केस सामने आया था। इसके बाद तीन मामले इसी राज्य में मिलने के बाद दिल्ली में मंकीपॉक्स के एक मरीज की पुष्टि हुई है। बता दें कि केंद्र सरकार ने मंकीपाक्स के मामलों का पता लगाने के लिए देश में 15 लैब की व्यवस्था की है। डब्ल्यूएचओ के मंकीपाक्स मामले पर तकनीकी प्रमुख डॉक्टर रोसमंड लेविस ने कहा है कि इस संक्रमण के प्रकोप को रोका जा सकता है।
केरल में मंकीपॉक्स का सबसे पहला केस सामने आया था। इसके बाद तीन मामले इसी राज्य में मिलने के बाद दिल्ली में मंकीपॉक्स के एक मरीज की पुष्टि हुई है। बता दें कि केंद्र सरकार ने मंकीपाक्स के मामलों का पता लगाने के लिए देश में 15 लैब की व्यवस्था की है। मंकीपॉक्स के लक्षणों के साथ दिल्ली पहुंचने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को हवाईअड्डे से लोकनायक अस्पताल भेजा जाएगा। यहां 20 सदस्यीय विशेष टीम है, जो मंकीपॉक्स के मरीजों का इलाज करेगी। डब्ल्यूएचओ के मंकीपाक्स मामले पर तकनीकी प्रमुख डॉक्टर रोसमंड लेविस ने कहा है कि इस संक्रमण के प्रकोप को रोका जा सकता है।
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