राज्य सभा के उप सभापति, हरिवंश के नेतृत्व में एक छह सदस्यीय भारतीय संसदीय शिष्टमंडल 11-15 अक्तूबर 2022 तक किगाली, रवांडा में आयोजित किए जा रहे अंतर-संसदीय संघ (आईपीयू) के 145वें सम्मेलन में भाग लेगा। इस शिष्टमंडल में लोक सभा सदस्य, विष्णु दयाल राम; लोक सभा सदस्य, कु. दीया कुमारी ; राज्य सभा सदस्य, डॉ. सस्मित पात्रा; लोक सभा सदस्य, अपराजिता सारंगी; और राज्य सभा सदस्य, कार्तिकेय शर्मा शामिल हैं।

12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आईपीयू असेंबली में होंगे शामिल

संसद के एक अधिकारी ने कहा, “राज्य सभा के उपसभापति हरिवंश, राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा, राज्यसभा महासचिव पीसी मोदी, लोकसभा सांसद दीया कुमारी, विष्णु दयाल राम और अन्य सांसदों और संसद के अधिकारियों सहित 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आईपीयू असेंबली में शामिल होंगे।”

राज्यसभा के उपसभापति के नेतृत्व में भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल 11-15 अक्टूबर तक होने वाले रवांडा की राजधानी किगाली में 5 दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे।

इन मुद्दों पर होगा विचार-विमर्श

बता दें इस कार्यकरम में ज्यादा से ज्यादा  लैंगिक समानता और लिंग-संवेदनशील संसदों के समग्र विषय पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा । इतना ही नहीं यह प्रतिनिधियों को इस क्षेत्र में विचार-विमर्श करने, विचारों का आदान-प्रदान करने और संसदीय कार्रवाई को तेज करने के लिए एक मंच भी प्रदान करेगा।

कई फैसलों की होगी जांच

विधानसभा आपातकालीन मुद्दों पर और लोकतंत्र और मानवाधिकार पर स्थायी समिति द्वारा उठाए जाने वाले विषयों पर प्रस्तावों को स्वीकार करेगी। गवर्निंग काउंसिल सांसदों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों सहित कई फैसलों की जांच करेगी और उन्हें अपनाएगी। सामान्य बहस के समग्र विषय पर एक परिणाम दस्तावेज़ को अपनाने के साथ सभा के समाप्त होने की उम्मीद है।

बता दें अंतर-संसदीय संघ विश्व की सभी संसदों का एक संघ है जिसमें मानवता के समक्ष समसामयिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है और भविष्य के रोड मैप तय किए जाते हैं।