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मुलायम सिंह यादव के पांच विवादित बयान, जिसको लेकर हमेशा उनकी होती रही आलोचना

Roshan Kumar • LAST UPDATED : October 10, 2022, 7:35 pm IST

इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, mulayam singh yadav controversial statements ): समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव जहां एक तरफ सौम्य व्यहवार और कुशल नेतृत्व के लिए जाने जाते थे, वहीं दूसरी तरफ विवादित बयानों को लेकर वह मुसीबत में भी कई बार आये थे , इन बयानों को लेकर उनकी छवि कई बार धूमिल भी हुई थी।

कई मौके पर उनके विवादित बयान राजनीतिक गलियारों में बवाल मचाते रहे। जहां बड़े-बड़े मुसीबत के वक़्त वह पार्टी के संकटमोचक बने तो कभी पार्टी को संकट में डालने वाले भी वही थे। कई बार तो उनके बयानों की वजह से समाजवादी पार्टी को नुकसान भी झेलना पड़ा। मुलायम के कौन से ऐसे विवादित बयान रहे जिसको लेकर समाजवादी पार्टी हमेशा मुश्किल में रही, आइए जानते हैं.

“लड़के हैं गलती हो जाती है”

मुलायम सिंह यादव ने मुरादाबाद में आयोजित एक रैली में विवादित बयान दिया था। इस बयान के बाद वह महिलाओं और विरोधी दलों के निशाने पर आ गए थे। इस बयान की हर तबके ने आलोचना की थी। मुलायम ने कहा था कि “बलात्‍कार के मामलों में फांसी की सजा देना गलत है। लड़के हैं लड़कों से गलतियां तो हो जाती हैं। रेप के मामलों में फांसी नहीं होनी चाहिए। लड़कों से गलती हो जाती है” उन्होंने यह भी कहा था कि “कभी-कभी फंसाने के लिए भी लड़कों पर आरोप लगा दिया जाता है। लड़कों से गलतियां हो जाती हैं। ऐसे कानूनों को बदलने की जरूरत है”

एक महिला के साथ चार पुरुष नहीं कर सकते रेप

समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव अपने एक बयान में कहा था कि एक महिला के साथ चार पुरुष रेप कर ही नहीं सकते हैं। उनका अनुसार ऐसा संभव ही नहीं है। उन्होंने कहा था कि रेप तो एक ही पुरुष करता है तीन को तो मुकदमे में फंसाया जाता है.

लड़कियों को ज्यादा पार्टी में लो

समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने एक विवादित बयान दिया था कि “लड़कियों को ज्यादा संख्या में पार्टी में लो, लड़कियां पहले जितनी लड़कियां पार्टी में आती थीं उतनी अब उतनी नहीं आ रहीं। पहले 40 से कम नहीं आती थी अब नौ हो रह गई हैं। लड़कियों का वोट ज्यादा मिलता है हम इसका प्रयोग कर के देख चुके है।”

जरुरत पड़ती तो और कारसेवकों पर गोली चलवाता

छह फरवरी 2014 को मैनपुरी में आयोजित एक जनसभा में मुलायम सिंह यादव ने स्वीकार किया था कि उनके ही आदेश पर 1990 में पुलिस ने अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलाई थी। उन्होंने कहा था कि “देश की एकता के लिए कारसेवकों पर गोलियां चलवाईं, उसमें 28 लोग मारे गए.अगर हम मस्जिद नहीं बचाते तो उस दौर के कई मुस्लिम नौजवानों ने हथियार उठा लिए थे। ”

उन्होंने आगे कहा था कि “जब अयोध्या में गोलियां चलीं तो 20 लोग मरे और 80 लोग घायल हुए। लालकृष्ण आडवाणी ने कहा 56 मरे। हमने कहा अटल जी अगर सूची दे दें तो हम पैर पकड़कर माफी मांगेंगे। छह माह बाद पता चला कि 28 मरे हैं तो उनको मदद कर दी। देश की एकता के लिए अगर ज्यादा मारना पड़ता तो फिर भी जरूर मारते”

अखिलेश को सीएम बनाने को बताया था भूल

मैनपुरी में एक कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि “अखिलेश को मुख्यमंत्री बनाना उनकी भूल थी। अगर 2012 में वे खुद मुख्यमंत्री बनते तो 2017 के विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलता। पार्टी अपनी वजह से हारी। इसमें जनता की कोई गलती नहीं।”

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