इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए आगामी रविवार यानि 4 दिसंबर, 2022 को वोटिंग होना है। ऐसे में, सभी राजनीतिक दल अपनी जीत एड़ी-चोटी का जोर लगाने में जुटे हैं। एमसीडी चुनाव फ़तेह करने के क्रम में, दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने ‘RWA’ कार्ड खेला है। केजरीवाल ने ऐलान किया है कि यदि दिल्ली एमसीडी में AAP की सरकार बनी तो रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन को मिनी पार्षद का स्टेटस दिया जाएगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने ऐलान करते हुए कहा है कि यदि दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी जीतती है तो एक स्कीम लॉन्च की जाएगी। इस स्कीम का नाम ‘जनता चलाएगी एमसीडी’ होगा। इसके अंतर्गत आरडब्ल्यूए को मिनी पार्षद की ताकत दी जाएगी। साथ ही, इन मिनी पार्षदों को ऑफिस चलाने के लिए दिल्ली सरकार से फंड दिया जाएगा।केजरीवाल ने यह भी कहा है कि आरडब्ल्यूए के जरिए लोगों की तमाम तरह की समस्याओं का समाधान होगा। लोगों को किसी नेता के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। इससे लोगों का काम आसानी से हो जाएगा।
दिल्ली एमसीडी चुनाव की तैयारियों में जुटे अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा, “मेरी सभी आरडब्ल्यूए से विनती है कि चुनाव में सिर्फ 3-4 दिन बचे हैं। आप चाहे किसी भी पार्टी के हों, हम आपको सशक्त करेंगे। आरडब्ल्यूए अपने व्हाट्सएप्प ग्रुप के माध्यम से भी लोगों से आम आदमी पार्टी को जिताने की अपील करें। पार्टी को 250 में से 250 में जीत दिलाएँ। कोई और पार्षद बना तो आपके काम को रोक देगा। हम इस सिस्टम को चलाने के लिए पारदर्शी बनाएँगे, चेक करेंगे की इस सिस्टम से कितनी समस्या का समाधान हुआ। मेरा अनुमान है कि 230 सीट आनी चाहिए।”
केजरीवाल ने यह भी कहा है कि देखने को मिला है कि अक्सर छोटे-छोटे कामों के लिए जनता को नेताओं के चक्कर काटने पड़ते हैं, ऐसे में अब जनता निर्णय लेगी और सरकार काम करेगी। एक तरह से देखें कि जितनी भी आरडब्ल्यूए हैं, उन्हें मिनी पार्षद का दर्जा दिया जाएगा। आरडब्ल्यूए वो बॉडी होती हैं, जो जनता के सबसे करीब होती हैं।
उन्होंने कहा, “आरडब्ल्यूए को अपना दफ्तर चलाने और छोटे-छोटे काम कराने के लिए फंड उपलब्ध कराए जाएँगे। सही मायनों में आरडब्ल्यूए का सशक्तीकरण किया जाएगा। इसकी मंशा जनता को दिल्ली का मालिक बनाना है। आम आदमी पार्टी चाहती है कि जनता दिल्ली की असली मालिक बने। इसके जरिए दिल्ली के हर नागरिक को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।”
AAP के वादे के अनुसार, पार्षद किसी इलाके का बॉस होता है और ठीक वैसे ही आरडब्ल्यूए को उस वॉर्ड का नेता माना जाएगा। कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति को काम कराना है तो उसे नेता के चक्कर नहीं काटने होंगे और मिनी पार्षद का स्टेटस मिलने के बाद लोगों को आरडब्ल्यूए के दफ्तर जाकर बताना होगा कि उनकी क्या समस्या है। गली, पानी, बिजली, नाली, नुक्कड़ वही सारी समस्याओं को हल करेंगे। आरडब्ल्यूए के पास वो ताकत होगी, जिनसे वो लोगों के सभी जरूरी काम कर सके।
आपको बात दें, इस साल के चुनाव से पहले दिल्ली नगर निगम को तीन भागों में विभाजित किया गया था। उत्तरी दिल्ली, दक्षिण दिल्ली और पूर्वी दिल्ली। बीते 15 सालों से तीनों ही जोन या नगर निगम में भाजपा का ही कब्जा रहा है। इसी साल मई में केंद्र सरकार ने तीनों नगर निगम क्षेत्रों को मिलाकर एक कर दिया था। इसका मतलब यह है कि अब दिल्ली में तीन की जगह केवल एक ही महापौर होगा। यानी अब तीन की जगह एक ही मेयर पूरी दिल्ली को चलाएगा।
बता दें कि दिल्ली नगर निगम चुनाव के लिए मतदान आगामी रविवार (4 दिसंबर, 2022) को होगा। मतदान सुबह 8 से शाम 5 बजे तक चलेगा। वहीं वोटों की गिनती 7 दिसंबर को होगी।
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