इंडिया न्यूज़ : बिहार के नालंदा और सासाराम में हुई हिंसा की आग भले ही अब ठंडी हो रही है लेकिन इस पर सियासी पारा चढ़ता ही जा रहा है। बता दें, बिहार सीएम नीतीश कुमार ने दोनों जिलों में हुई हिंसा के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने इशारों-इशारों में इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में कुछ लोगों ने जानबूझ कर गड़बड़ किया है। नीतीश ने रामनवमी पर हुई हिंसा पर यह भी कहा है कि 2 लोग बिहार में इधर से उधर कर रहे हैं। एक राज करने वाले हैं दूसरा उनके एजेंट। मालूम हो, नीतीश कुमार का एजेंट से मतलब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी से था।
नीतीश ने ओवैसी को बीजेपी का एजेंट बताया
आगे नीतीश कुमार ने कहा कि सासाराम और बिहारशरीफ में कुछ लोगों ने जानबूझ कर गड़बड़ किया है। इसलिए इतना बवाल हुआ। बिहार सीएम ने यह भी कहा कि पहले भी ऐसा होता था। लेकिन हमारे आने के बाद सब खत्म हो गया था। अब इसलिए हुआ क्योंकि इसमें दो लोगों की साजिश थी। बीजेपी और ओवैसी पर निशाना साधने के बाद बिहार सीएम ने यह भी कहा कि प्रशासन ने हालात को बखुबी संभाल लिया. एक- एक घर जाकर एक- एक आदमी से पूछा जा रहा है।जल्द ही सबकुछ लोगों के सामने होगा।
ओवैसी ने नीतीश को आड़े हाथों लिया
बता दें, रामनवमी की हिंसा पर AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा हैं। ओवैसी ने कहा है कि जब भी किसी राज्य में हिंसा होती है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य सरकार पर ही आती है। ओवैसी ने यह भी कहा है कि बिहारशरीफ में मदरसा अजीजिया को आग के हवाले करना हो या मुस्लिमों की दुकानों को निशाना बनाया जाना, ये सब साजिश के तहत हुआ है।
दो राज्यों में हिंसा की घटनाएं ‘तुष्टिकरण’ की राजनीती’ : बीजेपी
बता दें, रामनवमी पर हुई हिंसा पर बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि ये युद्ध का युग नहीं है, लेकिन हमारे देश में ही दो राज्यों में हिंसा की घटनाएं हो रही हैं। आगे ठाकुर ने कहा है कि आखिर सवाल उठता है कि इस हिंसा के पीछे समाज का एक तबका है या फिर तुष्टिकरण की राजनीति उन्हें बढ़ावा दे रही है।