इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Narendra singh tomar in india news manch): इंडिया न्यूज़ मंच पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कोविड के समय देश में चिंता की स्थिति थी, तब प्रधानमंत्री मोदी ने गरीब आदमी के रोजी-रोटी के लिए सोचा, रोजी तो बंद हो गई थी, इसलिए सबको रोटी मिले इसके लिए सरकार ने कई इंतज़ाम किए।

गरीब लोगों को खाद्यान मुफ्त में उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री गरीब अन्न कल्याण योजना चलाई गई। इस योजना के तहत 1118 मीट्रिक टन खाद्यान बांटा गया जिसपर तीन लाख 90 हज़ार करोड़ का खर्च आया। कोविड के कारण मृत्यु हुई पर भूख के कारण कोई नही मरा।

30 हज़ार करोड़ से ज्यादा सीधे खाते में

उन्होंने कहा, कोरोना काल में 20 लाख से ज्यादा महिलाओं के खाते में 30 हज़ार करोड़ से ज्यादा सीधे खाते में भेजे गए जिससे लोगों के घर का काम ठीक से चल सके। भारत ने कोरोना से सबसे अच्छा मुकाबला किया।

भारत जोड़ो यात्रा पर उन्होंने कहा कि जब कोरोना की आहट सुनाई दी तो सरकार ने इस सम्बन्ध में पत्र लिखा, यह जरुरी था। यह सरकार का काम है। ठीक दिशा में स्वास्थय मंत्री ने संकेत किया है, राहुल गाँधी को उसे मानना चाहिए।

मिल्लेट्स (मोटा अनाज) पर उन्होंने कहा की यह भारत के लिए कोई नई बात नही है। एक समय था जब भारत में बड़ी मात्रा में मोटे अनाज का इस्तेमाल होता था। आज भारत के पास खाद्यान पर्याप्त मात्रा में है, अब जरुरी है की किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान दिया जाए।

बढ़ेगा एक्सपोर्ट

कृषि मंत्री ने कहा, देखेंगे तो ज्वार, बाज़ार, रागी यह सब तो भारतीय अनाज है, इनमे पोषक तत्वों की भरमार है। प्रधानमंत्री बहुत दूर-दृष्टा नेता है। मोटा अनाज का इस्तेमाल बढ़ाना चाहिए इसके लिए प्रधानमंत्री जी के आग्रह पर संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को मिल्लेट्स ईयर घोषित किया है। उसकी तैयारी भारत में चल रही है। उसका प्रचार चल रहा है।

मिल्लेट्स का उत्पादन बढ़ना इसलिए भी जरुरी है क्योंकि भारत में ज्यादातर किसान, छोटा किसान है। वर्षा आधारित खेती ज्यादा है। मोटा अनाज को कम लागत में उगाया जा सकता है। इससे किसान की ताकत बढ़ेगी। दुनिया में मांग बढ़ेगी तो हमारा एक्सपोर्ट बढ़ेगा।

फ्री योजनाओं पर कृषि मंत्री ने कहा कि जब राजनीतिक दृष्टिकोण के आधार पर, वोट के लालज में कुछ दिया जाता है तो वह ठीक नही है। लेकिन देश, समय को ध्यान में रखते हुए कुछ जरुरत है तो उसे पूरा करना चाहिए।