इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : नासा ने चंद्रमा पर आर्टेमिस 1 मिशन का काउंटडाउन शुरू होने से पहले इसे 10 मिनट के होल्ड पर कर दिया गया था। अब से ही थोड़ी ही देर में मिशन के एसएलएस रॉकेट और ओरियन अंतरिक्ष यान को फ्लोरिडा में कैनेडी स्पेस सेंटर में लॉन्चपैड 39 बी से लॉन्च किया जाएगा। आपको बता दें, ये तीसरा मौका है जब नासा ने चांद पर आर्टेमिस 1 मिशन को लॉन्च करने को हरी झंडी दी है। पहले यह मिशन 14 नवंबर को लॉन्च किया जाना था, लेकिन अब 16 नवंबर के लिए निर्धारित कर दिया गया है।
जानकारी हो, नासा 50 साल बाद अपने मून मिशन आर्टेमिस-1 की मदद से इंसानों को चांद पर एक बार फिर भेजने की तैयारी कर रहा है। मून मिशन एक मानवरहित मिशन होगा, जिसमें नासा के मेगारॉकेट के जरिए ओरियन क्रू कैप्सूल को चांद तक भेजा गया।
इस मिशन के जरिए नासा का मकसद
आपको बता दें, एक खास मिशन के तहत एसएलएस रॉकेट के ऊपर ओरियन स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च किया जाएगा। इस मिशन को लॉन्च करने के पीछे नासा का मकसद है कि भविष्य में लॉन्च होने वाले आर्टेमिस मिशनों के लिए चांद पर जमीन तैयार की जाए। एसेंजी के मुताबिक, नासा अब चांद पर एक स्थाई बेस बनाना चाहती है, ताकि अंतरिक्ष यात्री लंबे समय तक वहां रुक सकें।
2 बार हाथ लगी है असफलता
आपको बता दें, आर्टेमिस 1 मिशन अभी तक दो बार रद्द हो चुका है। पहली बार जब इसे लॉन्च करने का प्रयास किया गया था तो एसएलएस रॉकेट के RS-25 इंजन में खराबी आ गई थी, जिस वजह से उसको स्थिगत करना पड़ा। दूसरी बार रॉकेट और लिक्विड हाईड्रोजन ईंधन फीड लाइन के बीच क्विक डिस्कनेक्ट इंटरफेस में हाइड्रोजन रिसाव के कारण मिशन को टालना पड़ा था।