NCP in Karnataka elections शरद पवार की अगुवाई वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) आगामी कर्नाटक विधानसभा चुनावों में 40-45 सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना बना रही है। कर्नाटक में भाजपा, कांग्रेस और जद (एस) त्रिकोणीय मुकाबले में हैं।
- एनसीपी से छिना राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा
- राज्य में त्रिकोणीय मुकाबला
- 15 अप्रैल को बैठक
पवार ने विधानसभा चुनाव की योजना को अंतिम रूप देने के लिए 15 अप्रैल को मुंबई में पार्टी नेताओं की एक बैठक बुलाई है। शरद पवार ने इस पर कहा कि कर्नाटक चुनाव के लिए अपनी योजनाओं को अंतिम रूप देने के लिए हम कल मुंबई में बैठक कर रहे हैं।
राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिना
इस कदम को एनसीपी द्वारा राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने के प्रयास के रूप में भी देखा जा रहा है। गोवा, मेघालय और मणिपुर जैसे राज्यों में कमजोर प्रर्दशन के कारण उससे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा छिन गया था।
सीमा वाले क्षेत्र की सीटें
एनसीपी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए ‘अलार्म घड़ी’ चुनाव चिन्ह आवंटित करने के लिए चुनाव आयोग को पत्र लिखा था। चुनाव आयोग ने अनुरोध को स्वीकरा कर लिया था। पार्टी कम से कम कम से कम 40-45 सीटों पर उम्मीदवारों को खड़ा करने की योजना बना रही है। यह सीट महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा क्षेत्र मराठी बहुल इलाके में है।
विपक्षी एकता पर बैठक
बीते दिनों ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी के साथ अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा का मुकाबला करने के लिए विपक्षी एकता बनाने को लेकर शरद पवार से मिले थे। कांग्रेस ने कर्नाटक विधानसभा चुनावों में बड़ी जीत की उम्मीद जताई है। राज्य में मतदान 10 मई को होगा और मतगणना 13 मई को होनी है।
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