India News ( इंडिया न्यूज़ ) New Zealand Recession : न्यूजीलैंड में आर्थिक मंदी का दौर शुरू हो गया है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, न्यूजीलैंड की कृषि-संचालित अर्थव्यवस्था मंदी की चपेट में आ गई है। आम चुनावों से कुछ महीने पहले एक विनाशकारी चक्रवात ने व्यापक मंदी को बढ़ावा दिया है। बता दें न्यूजीलैंड में 2022 के अंत में 0.7 प्रतिशत की गिरावट के बाद पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था 0.1 प्रतिशत तक गिर गई है। न्यूजीलैंड सरकार का अनुमान है कि मौसम के कारण आई आपदा से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए 15 मिलियन न्यूजीलैंड डॉलर तक की लागत आएगी। यह 2020 के बाद न्यूजीलैंड की पहली मंदी है। पिछले साल कोरोना महामारी के कारण कई देशों को अपनी सीमाओं को बंद करना पड़ा था, जिससे निर्यात बंद हो गया था, तब भी न्यूजीलैंड में मंदी का दौर था।
वित्त मंत्री का आया यह बड़ा बयान
देश के वित्त मंत्री ग्रांट रॉबर्टसन ने स्वीकार किया कि मंदी में प्रवेश करना ‘आश्चर्यजनक नहीं’ था। रॉबर्टसन ने कहा, “हम जानते हैं कि 2023 बेहद चुनौती से भरा वर्ष है, क्योंकि वैश्विक विकास धीमा है। मुद्रास्फीति लंबे समय तक बनी हुई है और उत्तरी द्वीप मौसम की घटनाओं के प्रभाव घरों और व्यवसायों पर पड़ रहे हैं। ऑकलैंड में जनवरी की बाढ़ और फरवरी में चक्रवात गेब्रियल की वजह से हुई तबाही दोनों का अर्थव्यवस्था पर बेहद बुरा प्रभाव पड़ा।
अर्थव्यवस्था की हालत
रॉबर्टसन के अनुसार 2023 वर्ष न्यूजीलैंड के लिए बेहद चुनौती से भरा हुआ है। न्यूजीलैंड की वैश्विक विकास की गति भी धीमी हो गई है। देश में महंगाई लंबे समय से बनी हुई है इसके साथ ही उत्तरी द्वीप में हो रही मौसम की घटनाओं का असर व्यवसायों पर पड़ रहे हैं।ऑकलैंड में जनवरी की बाढ़ आई थी और फरवरी में चक्रवात गेब्रियल की वजह से न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है।