इंडिया न्यूज़ : बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन की रिहाई का रास्ता नीतीश सरकार ने साफ कर दिया है। बता दें, सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें जेल से रिहाई के नियमों में ही बदलाव कर दिया गया है। मालूम हो, इस छूट का सीधा लाभ डीएम जी कृष्णैया मर्डर केस में सजा काट रहे आनंद मोहन को मिलेगा। सरकार के इस फैसले के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म है कि नीतीश सरकार ने आनंद मोहन की रिहाई के लिए ही इस कानून में बदलाव किया है।

आनंद मोहन की रिहाई पर रास्ता साफ

बता दें, काम पर तैनात सरकारी सेवक की हत्या’ में प्रावधान कानून संशोधन के बाद आनंद मोहन के जेल से रिहाई का रास्ता भी साफ हो चूका है। मालूम हो, बिहार सरकार ने न सिर्फ कानून में बदलाव किया बल्कि अब आनंद मोहन समेत कुल 27 कैदियों को रिहा करने का आदेश भी जारी कर दिया है। ज्ञात हो, पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह को जिलाधिकारी रहे जी. कृष्णैय्या की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। पहले यह सजा फांसी की थी लेकिन बाद में इसे बदलकर आजीवन कारावास कर दिया गया।

सरकारी सेवक की हत्या पर पर्वधन कानून में हुआ बदलाव

सामने आई रिपोर्ट के मुताबिक, बिहार के गृह विभाग की ओर से जारी एक अधिसूचना में 10 अप्रैल को कहा गया कि बिहार कारा हस्तक 2012 के नियम – 481 (i) (क) में संशोधन किया जा रहा है। मालूम हो, पहले बिहार कारा हस्तक 2012 के नियम – 481 (i) (क) अब तक एक सरकारी सेवक की हत्या अलग से इस अधिनियम में शामिल था। अधिसूचना के बाद से अब ड्यूटी पर तैनात सरकारी सेवक की हत्या अपवाद नहीं बल्कि साधारण हत्या है।

आनंद मोहन की रिहाई के लिए नीतीश कुमार ने बदल दिया कानून

मालूम हो, बिहार सरकार की नई अधिसूचना का लाभ सीधे तौर पर आनंद मोहन को मिलने वाला है। सरकारी अधिकारी की हत्या के मामले में ही उन्हें सजा मिली थी। पहले सरकारी अफसर की हत्या के दोषी को रिहा नहीं करने का प्रावधान था, अब उनकी रिहाई पर रास्ता साफ हो चूका है।