भारत में छटंनी का दौर जारी है। पिछले साल 2022 में टेक कंपनीयों ने धड़ाधड़ अपने कर्मचारियों को निकाला था। ऐसा कहा जा रहा है की 2022 में जो छटनी हुई वो सिर्फ ट्रेलर था, असली छटनी इस साल होगी। कहीं न कहीं यह सही भी साबित हो रहा है, नए साल के पहले महीने जनवरी के अभी 15 दिन भी नहीं हुए लेकिन पहले अमेजन फिर मैकडॉनल्ड्स और अब ओला ने कर्मचारियों की छटनी शुरु कर दी है।

बैंगलोर स्थित सबसे बड़े कैब एग्रीगेटर्स में से एक ओला ने कंपनी के “पुनर्गठन” अभ्यास के हिस्से के रूप में ओला फाइनेंशियल सर्विसेज, ओला कैब्स और ओला इलेक्ट्रिक जैसे विभिन्न वर्टिकल से 200 कर्मचारियों को निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए, कंपनी के प्रतिनिधि ने कहा कि यह “कार्यों को केंद्रीकृत कर रहा है और अतिरेक को कम करने और एक मजबूत पार्श्व संरचना का निर्माण करने के लिए एक पुनर्गठन अभ्यास कर रहा है जो प्रासंगिक भूमिकाओं और कार्यों को मजबूत करता है”

दरअसल कोरोना काल में वर्क फ्रोम होम का दौर शुरु हो गया था, जिसे लेकर कंपनियों ने तेजी से हायरिंग की और अब स्तिथि सामान्य होने के बाद ओवर हायंरिंग से कंपनी की ग्रोथ और प्रोफिट में कमी आ गयी है, जो ज्यादातर छटनी का कारण भी है।