India News (इंडिया न्यूज़), Opposition Meeting: देश में अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में कुछ ही वक्त बचा है। ऐसे में सभी मुख्य पार्टियां चुनाव को लेकर जोरों शोरों से तैयारियां कर रही हैं। बीजेपी को 2024 में हराने के लिए विपक्ष जी तोड़ मेहनत करने में लगा हुआ है। जिसके चलते विपक्ष ने गठबंधन का नाम INDIA रखा है। जिसे लेकर राजनीति शुरू हो गई है। विपक्ष के गठबंधन का नाम INDIA रखने को लेकर दिल्ली के बाराखंबा थाने में एक शिकायत दर्ज कराई गई है। विपक्ष की 26 पॉलिटिकल पार्टियों के खिलाफ अवीनीश मिश्र नाम के एक शख्श ने थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

इस शिकायत में कहा गया है कि राजनीतिक फायदे के लिए इंडिया का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है। अपनी शिकायत में अवीनीश मिश्र ने कहा, “निजी फायदे के लिए इंडिया (INDIA) नाम रखा गया है, इससे हमारी भावनाएं आहत हुई हैं।”

विपक्ष की कौन सी पार्टियां के खिलाफ की गई शिकायत?

विपक्ष के इन 26 दलों में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, जेडीयू, राष्ट्रीय जनता दल, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), आम आदमी पार्टी (AAP), एनसीपी, अपना दल (कमेरावादी), जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, डीएमके, जेएमएम, आरएलडी, सीपीआईएम, सीपीआई और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन शामिल है।

इसके साथ ही इसमें ऑल इंडिया फॉरवर्ड ब्लॉक, आरएसपी, विदुथलाई चिरुथैगल काची, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, मरुमलार्ची द्रविड़ मुनेत्र कड़गम, कोंगुनाडु मक्कल देसिया काची और मणिथनेय मक्कल काची सहित कई दल भी शामिल है।

क्या है ‘इंडिया’ का फुल फॉर्म?

बेंगुलरु में 26 विपक्षी दलों की हुई बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया था, “हमारे गठबंधन का नाम ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस (इंडिया)’ होगा। सभी दलों ने एक स्वर में इस प्रस्ताव का समर्थन किया।”

बीजेपी ने गठबंधन के नाम पर साधा निशाना

वहीं विपक्षी दलों के गठबंधन के नए नाम को लेकर बीजेपी ने भी कटाक्ष किया है। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इसे लेकर इस बात का दावा किया कि देश का नाम अंग्रेजों ने ‘इंडिया’ रखा था और राष्ट्र को ‘‘औपनिवेशिक विरासतों’’ से मुक्त करने के लिए लड़ना चाहिए।

असम सीएम ने किया ये ट्वीट

सीएम बिस्वा ने ट्वीट कर कहा की ‘हमारा सभ्यतागत संघर्ष ‘इंडिया और भारत’ के आसपास केंद्रित है। अंग्रेजों ने हमारे देश का नाम ‘इंडिया’ रखा। हमें औपनिवेशिक विरासतों से खुद को मुक्त करने का प्रयास करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, “हम भारत के लिए काम करना जारी रखें।