नई दिल्ली।(Hafiz Saad Hussain Rizvi) पाकिस्तान की वर्तमान हालत किससे छुपी हुई है? हमारा पड़ोसी पाकिस्तान पिछले कुछ महीनों से कई संकटों का सामना कर रहा है। जिनमें राजनैतिक, डिप्लोमिटिक, सामाजिक और आर्थिक संकट शामिल है। देश में आर्थिक संकट तो इतना गहरा है कि पाकिस्तान दिवालिया होने की कगार पर आ पहुंचा है। पाकिस्तान में महंगाई का आलम यह है कि लोग एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो गए हैं। एक कहावत भी है कि रस्सी जल गई लेकिन बल नहीं गया। एक तरफ तो पाकिस्तान हर बार की तरह इस भी कटोरा थामे खड़ा है और दुनिया भर से उस कटोरे को भरने की मांग कर रहा है। लेकिन वहीं दूसरी ओर वहां रह रहे देश के कुछ नेता अभी भी ऐसे हैं कि जहर उगलने का एक मौका नहीं छोड़ना चाहते।
बच्चे दूध और बड़े दो वक्त की रोटी को मोहताज, पाकिस्तान कर रहा आतंकवाद की बात
दरअसल, हम बात कर रहे हैं पाकिस्तानी कट्टरपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक के इस्लामी नेता अमीर हाफिज साद हुसैन रिजवी की। उसने हाल ही में अपने एक बयान के जरिए दुनिया को न्यूक्लियर बम से डराने की बात कह रहा है। अमीर हाफिज अपने दिए हुए बयान में कह रहा है कि पाकिस्तान को दुनिया को अपनी पॉवर से डरा कर अपनी मांगों को पूरा करवाना चाहिए ना कि उसे दुनिया के आगे भीख मांगना चाहिए। सोचिए इस्लामी नेता हाफिज का यह बयान ऐसे समय आ रहा है जब पाकिस्तान में महंगाई ने पिछले 48 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बच्चे दूध के लिए और बड़े दो वक्त की रोटी के लिए मोहताज हो रहे हैं।
जान लीजिए, आखिर कौन है हाफिज साद हुसैन रिजवी?
बता दें कि हाफिज साद हुसैन रिजवी पाकिस्तानी कट्टरपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक का नेता है। हाफिज साद रिजवी 2015 में इस संगठन में शामिल हुआ था। उसने इस पार्टी के लिए उप महासचिव के रूप में भी काम किया है। इसके साथ ही नवंबर 2020 में अपने पिता खादिम हुसैन रिजवी की मृत्यु के बाद वह इस पार्टी का नेता बन गया। इसकी उम्र तो महज 29 साल है लेकिन इसके भाषण सिर्फ आग उगलने वाले ही होते हैं। तत्कालीन इमरान खान की सरकार ने 12 अप्रैल 2021 को लाहौर में रिजवी को गिरफ्तार किया था और इसके संगठन पर प्रतिवंध भी लगा दिया था।