इंडिया न्यूज़ : पीएम नरेंद्र मोदी ने चेन्नई में रामकृष्ण मठ की 125वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित एक समारोह में हिस्सा लिया। समारोह को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि रामकृष्ण मठ का मैं बहुत सम्मान करता हूँ। स्वामी जी के मठ ने मेरे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुझे बेहद ख़ुशी है कि रामकृष्ण मठ चेन्नई में अपनी 125वीं वर्षगाँठ मना रहा है। आगे पीएम ने कहा कि मैं तमिल भाषा तमिल संस्कृति और चेन्नई का माहौल पसंद करता हूँ।

पीएम ने बताई मठ की उपयोगिता

आगे पीएम ने यह भी कहा कि कन्याकुमारी में ही तपस्या करते हुए स्वामी जी ने जीवन के लक्ष्य की खोज की थी। इससे उनके जीवन में जो बदलाव आया उसका असर शिकागो तक देखा गया। पीएम ने आगे कहा कि स्वामी विवेकानंद बंगाल से थे लेकिन जब वे तमिलनाडु पहुँचे तो उनका नायक की तरह भव्य स्वागत किया गया। ऐसा भारत को स्वतंत्रता मिलने से कई वर्ष पहले हुआ था। देश के लोगों के मन में भारत की एक भारत श्रेष्ठ भारत की संकल्पना हजारों साल पहले से स्पष्ट है।

यह सदी भारत की, गिनाएं अमृत काल के 5 प्रण

आगे सम्बोधन में पीएम ने कहा कि दुनिया भर के एक्सपर्ट्स कहते हैं कि यह सदी भारत की है। हर भारतीय ऐसा महसूस भी कर रहा है। इस अमृतकाल का उपयोग पाँच विचारों या पंच प्राणों को अपनाकर उपलब्धियों को हासिल करने के लिए किया जा सकता है। पीएम मोदी ने 5 विचारों के बारे में भी बताया जिसके अनुसार पहला है ‘ विकसित भारत का लक्ष्य, दूसरा है- गुलामी की मानसिकता के सभी निशानियों को हटाना, तीसरा- अपनी समृद्ध विरासत पर गर्व करना, चौथा- आपसी एकता को और मजबूत करना और पाँचवाँ है- अपने नागरिक कर्तव्यों का पालन करना।”