नई दिल्ली।(PM Modi and External Affairs Minister Jaishankar meet UNGA President Saba Korosi) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(Prime Minister Narendra Modi)ने सोमवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने जल संसाधनों के संरक्षण और वैश्विक सुरक्षा जैसे मुद्दों पर आपसी चर्चा की। पीएम ने ट्वीट कर बताया कि उन्होंने वैश्विक जल संसाधनों के संरक्षण और अनुकूलन के महत्व पर महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी से चर्चा की।
पीएम ने ये भी कहा “भारत की पहली यात्रा पर आए कोरोसी का स्वागत करते हुए बहुत खुशी हो रही है। हमने संयुक्त राष्ट्र सहित बहुपक्षवाद के प्रति भारत की प्रतिबद्धता दोहराई। भारत में जी-20 के लिए उनके समर्थन का स्वागत किया। इससे पहले कोरोसी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मुलाकात की और मौजूदा वैश्विक चुनौतियों पर दोनों नेताओं ने आपसी बातचीत की।
जब एस जयशंकर से मिले UNGA साबा कोरोसी
कोरोसी से मुलाकात के बाद विदेश मंत्री जयशंकर(Foreign Minister Jaishankar) ने कहा कि उन्होंने वैश्विक चुनौतियों, यूक्रेन संघर्ष, संयुक्त राष्ट्र में सुधार और जी-20 के एजेंडे पर सकारात्मक चर्चा हुई। जयशंकर ने अपने ट्वीट में कहा कि ‘‘महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी का स्वागत किया, ज्वार-बाजरे के भोजन के लिए उनकी मेजबानी की। वैश्विक चुनौतियों, संयुक्त राष्ट्र सुधार, यूक्रेन संघर्ष और जी-20 एजेंडे पर चर्चा की। उन्हें विकासात्मक प्रगति और बहुपक्षवाद में सुधार के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।’
सुरक्षा परिषद में अब सुधार की जरूरत
इस मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी (Csaba Korosi)ने कहा कि सुरक्षा परिषद के एक स्थायी सदस्य ने यूक्रेन पर हमला किया और सुरक्षा परिषद इस स्थिति को सुलझाने में नाकामयाब रहा। राजनयिकों और रणनीतिक विशेषज्ञों के एक समूह को संबोधित करते हुए कोरोसी ने कहा कि सुरक्षा परिषद में अब सुधार की जरूरत है, ताकि यह वैश्विक शक्तियों के बदलते संतुलन को परिलक्षित कर सके और विभिन्न देशों में वित्तीय संकट का मुकाबला कर सके।
UNGA अध्यक्ष कोरोसी का भारत दौरा
संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी(Csaba Korosi) इन दिनों भारत की यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बीच भारत का नेतृत्व सराहनीय और अनुकरणीय रहा है। पिछले करीब सात दशकों से, भारत और संयुक्त राष्ट्र ने एक साथ यात्रा की है। भारत शांति स्थापना में सैनिकों के सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक रहा है।संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने सोमवार को कहा कि हम यूक्रेन युद्ध की पहली वर्षगांठ के करीब पहुंच रहे हैं। इस युद्ध के कारण लाखों लोग बेघर हुए हैं।