India News ( इंडिया न्यूज़ ) Russia-Ukraine News: रूसी संसद जल्द ही एक प्रस्ताव को मंजूरी दे सकती है, जिसके तहत देश की जेलों में बंद कैदी यूक्रेन के खिलाफ जंग में हिस्सा ले सकते हैं। इस बार में एक बिल संसद के सामने बुधवार को लाया गया। इस पर फैसला एक या दो दिन में आ सकता है। बता दें,पुतिन की पार्टी ने यह बिल पेश किया है, लेकिन बताया जाता है कि डिफेंस मिनिस्ट्री इस बिल में कुछ बदलाव चाहती है। बहरहाल, अगर इस बिल को मंजूरी मिल जाती है तो आप रूसी कैदियों को यूक्रेन के खिलाफ फौजी वर्दी में जंग लड़ते देख सकते हैं।
सरकार ने कुछ कैदियों को किया मना
सरकार कुछ कैदियों को जंग में जाने की मंजूरी नहीं देगी। जिन कैदियों पर सेक्शुअल क्राइम्स, देशद्रोह या आतंकवाद के आरोप हैं, या जिन्हें इन मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है, उन्हें मोर्चे पर जाने की मंजूरी नहीं मिलेगी। इसके अलावा हर तरह के कैदी मोर्चे पर तैनात किए जा सकते हैं। इनमें सजायाफ्ता कैदियों के अलावा वो कैदी भी शामिल होंगे, जिनके खिलाफ कोर्ट में ट्रायल पेंडिंग हैं। यानी जिनके केसेज की सुनवाई चल रही है।
जंग रुकवाने की कोशिश में जुटा चीन
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अप्रैल में यूक्रेन के प्रेसिडेंट वोलोदिमिर जेलेंस्की से फोन पर बातचीत की थी। बातचीत के दौरान फोकस रूस-यूक्रेन जंग पर ही रहा। इसके पहले मार्च में जिनपिंग रूस दौरे पर भी गए थे। वहां उन्होंने व्लादिमिर पुतिन से लंबी बातचीत की थी। हाल ही में रूस ने सऊदी अरब और ईरान के डिप्लोमैटिक रिलेशन बहाल कराए हैं। चीन का फोकस अब मध्यस्थता के जरिए दुनिया के बड़े विवाद सुलझाने पर है। वो इजराइल और फिलिस्तीन के मसले पर भी फोकस कर रहा है।