India News ( इंडिया न्यूज़ ) Russia’s Wagner Group : रूस में शनिवार को प्राइवेट आर्मी वैगनर ग्रुप के बगावत के ऐलान के बाद हड़कंप मच गया था। लगा कि यूक्रेन और रूस की जंग में राष्ट्रपति पुतिन अपनी पकड़ खो देंगे, लेकिन देर रात उनके लिए राहत की खबर आई। पुतिन की सख्ती के आगे प्राइवेट आर्मी वैगनर के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन झुक गए हैं। वहीं रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पात्रुशेव ने बुधवार को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से बात की है। उन्होंने निकोलाई ने डोभाल को रूस के ताजा घटनाक्रम के बारे में जानकारी दी हैं।
अफसरों के बीच हुई बातचीत
भारत-रूस के दो टॉप अफसरों के बीच ऐसे समय में बातचीत हुई है जब कुछ ही दिन पहले रूस को एक प्राइवेट मिलिट्री ग्रुप वैगनर समूह के विद्रोह का सामना करना पड़ा था, लेकिन यह महज कुछ घंटे ही चला। रूस के बयान के मुताबिक, पात्रुशेव ने डोभाल से टेलीफोन पर बातचीत की और उन्हें रूस के ताजा घटनाक्रम के बारे में बताया। ‘इस दौरान द्विपक्षीय एवं बहुस्तरीय फॉर्मेट के ढांचे में सुरक्षा क्षेत्र में रूस-भारत सहयोग से जुड़े वर्तमान मुद्दों और इसे गहरा बनाने की संभावनाओं के बारे में चर्चा हुई।
राष्ट्रपति को वैगनर का झटका
वैगनर ग्रुप ने एक बार फिर पुतिन तो झटका दिया है। यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने से वैगनर ग्रुप ने मना कर दिया है। बता दें कि प्रीगोझिन की अगुआई में वैगनर के सैनिकों ने पिछले हफ्ते रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव पर कब्जा कर लिया था। तब कहा जा रहा था कि पुतिन का तख्तापलट कर दिया जाएगा। तब सफाई देने खुद पुतिन को सामने आना पड़ा था। उन्होंने साफ शब्दों में कहा था कि गद्दारी करने वालों को किसी कीमत पर छोड़ा नहीं जाएगा।
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