इंडिया न्यूज, मुंबई न्यूज। S Jaishankar: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा व मानवता के लिए बड़ा खतरा है और हमें मिलकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संदेश देना चाहिए कि संयुक्त राष्ट्र और उसके सदस्य देश आतंकियों को जवाबदेह ठहराने में कभी हार नहीं मानेंगे। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की ओर से मुंबई के ताजमहल पैलेस होटल में आयोजित दो दिवसीय आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) की विशेष बैठक के पहले दिन उन्होंने यह बात कही।
जयशंकर ने कहा, मुंबई में जिस जगह 26/11 अटैक हुआ था, उस जगह यूएनएससी की आतंकवाद-रोधी समिति का एक साथ आना ही काफी अहम है। उन्होंने कहा, 26/11 के हमले को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा।
हमने आज पीड़ितों की आवाज सुनी है।
विदेश मंत्री ने कहा, हमने 26/11 हमले के मास्टरमाइंड व अपराधियों को कठघरे में खड़ा करने की कोशिश की है, लेकिन यह काम अभी अधूरा है। जयशंकर ने इस दौरान 26/11 स्मारक पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवाद ने दुनिया के कई क्षेत्रों को तबाह कर दिया है।
भारत दूसरों की तुलना में इसको अधिक समझता है। दशकों से सीमा पार आतंकवाद से लड़ने की हमारी प्रतिबद्धता कमजोर नहीं हुई है और न ही होगी। बता दें कि सीटीसी नई दिल्ली की अध्यक्षता में दूसरे दिन की बैठक 29 अक्टूबर को नई दिल्ली में होगी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा, पिछले दो दशकों के दौरान आतंकवाद और हिंसक उग्रवाद की चुनौती का मुकाबला करने की दिशा में काफी प्रगति हुई है। वीडियो संदेश के जरिए ट्वीट कर उन्होंने कहा, मुंबई इस बैठक के लिए सही जगह है और इसमें नई उभरती प्रौद्योगिकी के जरिए आतंकी कार्रवाइयां करने की चुनौतियों पर खास तौर पर चर्चा होगी।
विदेश मंत्रालय के सचिव (पश्चिम) संजय वर्मा ने कहा, मुंबई जैसा शहर हाल के वर्षों में भारतीय आर्थिक विकास का सबसे अच्छा प्रतीक रहा है और यूएनएससी की आंतक रोधी समिति की अहम बैठक के लिए यह एकदम सही जगह है।